चिनूक ने पहले दिन केदारनाथ पहुंचाई 2.4 टन निर्माण सामग्री, भारी सामान के लिए सेना के हेलीकाप्टर की ली जाती मदद
Army Helicopter Chinook केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए वायु सेना के हेलीकाप्टर चिनूक ने केदारनाथ धाम में निर्माण सामग्री व भारी मशीनों को पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया है। शनिवार को पहले दिन चिनूक ने गौचर हवाई पटटी से उड़ान भरकर 2.4 टन निर्माण सामग्री केदारनाथ पहुंचाई। वहीं इस बार लगभग 250 टन निर्माण सामग्री पहुंचाई जाएगी।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: Army Helicopter Chinook: केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए वायु सेना के हेलीकाप्टर चिनूक ने केदारनाथ धाम में निर्माण सामग्री व भारी मशीनों को पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया है। शनिवार को पहले दिन चिनूक ने गौचर हवाई पटटी से उड़ान भरकर 2.4 टन निर्माण सामग्री केदारनाथ पहुंचाई। वहीं इस बार लगभग 250 टन निर्माण सामग्री पहुंचाई जाएगी।
पुनर्निर्माण कार्यों में चिनूक हेलीकाप्टर की रही महत्वपूर्ण भूमिका
केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यो में वायु सेना के चिनूक हेलीकाप्टर की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। अभी तक 2 हजार टन से अधिक पुर्ननिर्माण सामग्री चिनूक से केदारनाथ धाम पहुंचाया जा चुका है। इसी कड़ी में एक बार फिर प्रदेश सरकार ने सेना के हेलीकाप्टर चिनूक की मदद ली है।
बीते गुरुवार को चिनूक हेलीकाप्टर गौचर हवाई पट्टी पहुंच गया, लेकिन शुक्रवार को मौसम खराब होने के चलते वह उड़ान नहीं भर सका। शनिवार को मौसम साफ होने के बाद सुबह 6 बजे चिनूक हेलीकाप्टर ने केदारनाथ धाम के लिए उड़ान भरी। पहले चक्कर में 2.4 टन निर्माण सामग्री को केदारनाथ पहुंचाया।
प्रतिदिन दो चक्कर का रखा गया है शेड्यूल
हालांकि प्रतिदिन चिनूक के दो चक्कर शेड्यूल रखा गया, लेकिन मौसम खराबी के चलते दूसरा चक्कर नहीं लग सका। इस बार लगभग 250 टन निर्माण सामग्री केदारनाथ धाम पहुंचाई जाएगी। जिसमें मुख्य रूप से स्टील गाडर, पौकलैंड मशीन के पार्ट एवं मिक्सर पार्ट शामिल है।
चिनूक ने पहले दिन पहुंचाया 2.4 टन निर्माण सामग्री
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिशासी अभियंता विनय झिंकवाण ने बताया कि शनिवार को चिनूक हेलीकाप्टर ने सुबह 6 बजे गौचर से केदारनाथ धाम उड़ान भरकर पहले दिन 2.4 टन निर्माण सामग्री को केदारनाथ धाम पहुंचा दिया है। प्रतिदिन सुबह 6 बजे से 8 बजे तक चिनूक दो चक्कर लगाने का शयूडल रखा गया है। शनिवार को मौसम खराबी के चलते एक ही चक्कर लग सका।
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