Updated: Wed, 16 Apr 2025 04:01 PM (IST)
उत्तराखंड में दिल्ली और लखनऊ के सैलानियों को मुनस्यारी खूब भा रहा है। ऑलवेदर सड़क बनने से यहां पहुंचना आसान हो गया है खासकर खलिया टॉप की ट्रेकिंग पर्यटकों को बहुत पसंद आ रही है। पर्यटक पिथौरागढ़ होकर मुनस्यारी पहुंच रहे हैं जिससे पिथौरागढ़ में भी चहल-पहल बढ़ गई है। जल्द ही पुणे से एक दल नंदा देवी बेस कैंप के लिए रवाना होगा।
संसू, जागरण . मुनस्यारी । हिमनगरी में पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला आरंभ हो चुका है। विशेषकर खलिया टॉप की ट्रेकिंग पर्यटकों को भा रही है। वहीं टनकपुर-पिथौरागढ़ ऑलवेदर सड़क के चलते मुनस्यारी जाने वाले पर्यटकों पसंद वाया पिथौरागढ़ हो चुकी है। जिसे लेकर आने वाले दिनों में पिथौरागढ़ नगर में भी पर्यटकों की चहल कदमी होने लगेगी।
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आगामी आठ मई से पुणे का 16 सदस्यीय दल 80 किमी लंबे ट्रेकिंग मार्ग पर नंदा देवी बेस कैंप जाने वाला है। दिल्ली और लखनऊ से पहुंचे पर्यटकों ने ऑलवेदर सड़क के चलते आसानी से मुनस्यारी पहुंचने पर खुशी जताई है। दिल्ली और लखनऊ से पहुंचे पर्यटकों ने खलिया ट्रेकिंग को एक अलग अनुभव बताया।
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लखनऊ के पर्यटक मोहित शर्मा, मनीष शर्मा आदि ने टनकपुर से पिथौरागढ़ तक ऑलवेदर सड़क बनने से मुनस्यारी पहुंचने में हुई आसानी तथा सड़क से मात्र छह किमी की ट्रेकिंग के बाद 3500 मीटर की ऊंचाई पर खलिया टॉप पहुंचने को अद्भुत बताया। उन्होंने कहा कि इससे आसान और प्राकृतिक रूप से खूबसूरत दूसरा ट्रेंकिंग रूट नहीं हो सकता है।
जागरण ग्राफिक्स।
आठ मई को पहुंचेगा पुणे से ट्रेकिंग दल
मुनस्यारी : मल्ला जोहार मार्ग पर छिरकानी के पास ग्लेशियर आने से यातायात के लिए नहीं खुला है, परंतु देश और विदेश से ट्रेकिंग दल लास्पा, मिलम और नंदा देवी बेस कैंप की ट्रेकिंग के लिए जानकारी लेने लगे हैं।
ट्रेकिंग कराने वाली मोनाल संस्था के सुरेंद्र पवार बताते हैं कि उनके पास पुणे से ट्रेकिंग दल मई प्रथम सप्ताह पहुंचने वाला है। 16 सदस्यीय यह दल आठ मई को 80 किमी लंबे ट्रेकिंग रूट को रवाना होगा।
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उन्होंने बताया कि उच्च हिमालय 30 अप्रैल से खुल जाएगा। मिलम तक जाने के लिए इनर लाइन परमिट की आवश्यकता नहीं होती है। संभवतया आठ मई से पूर्व भी कोई ट्रेकिंग दल उच्च हिमालय में जा सकता है।
प्रत्येक ट्रेकिंग दल की इच्छा मिलम ग्लेशियर
क्षेत्र में ऊंचाई पर जाकर हरदेवल और त्रिशूली चोटियों के मनोरम दृश्य को देखने की होती है। साथ ही ट्रेकर 4145 मीटर ऊंचाई पर स्थित नंदा देवी बेस कैंप ट्रेकिंग के दीवाने होते हैं।
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