उत्तराखंड में भारी बारिश से तबाही, कई पुल बहे और गांवों का संपर्क टूटा; राजमार्ग बंद
उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्र में भारी वर्षा से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। टनकपुर-तवाघाट हाईवे और तवाघाट-लिपुलेख मार्ग बाधित हैं। धारचूला के तल्ला दारमा क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है जहाँ मोटर पुल बहने से छह गांवों का संपर्क टूट गया है। भारी बारिश के कारण छिपलाकेदार की ओर से आने वाले नाले उफान पर हैं। क्षेत्र में बादल फटने से लोग दहशत में हैं।

जासं, पिथौरागढ़। उत्तराखंड के सीमांत में भारी वर्षा से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। टनकपुर-तवाघाट हाईवे, तवाघाट-लिपुलेख मार्ग बंद है। धारचूला के तल्ला दारमा क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। यहां मोटर पुल बहने से छह गांवों का संपर्क कट गया है।
जानकारी के मुताबिक मंगलवार रात 12 बजे के आसपास भारी बारिश हुई। जिस कारण छिपलाकेदार की तरफ से आने वाले नाले विकराल रूप लेने लगे। तीजम क्षेत्र में भारी वर्षा होने से नेगल गाड़ ने विकराल रूप ले लिया और उमचिया मोटर मार्ग पर बना मोटर पुल बह कर 200 मीटर दूर पहुंच गया।
पैदल पुल बह गए। नाले का कटाव गांवों की तरफ हो गया। वतन बाजार तक खतरे में आ गया। स्थानीय युवक सजग हो गए। घरों से बाहर निकलकर वतन, करतो, सुमदुग, उमचिया आदि गावों के युवक सभी को सजग करते रहे।
क्षेत्र की धौलीगंगा के सभी सहायक नदी, नालों के उफान में आने से धौली गंगा का जलस्तर काफी अधिक बढ़ गया है। नदी किनारे के सोबला, खेत, छिरकिला के लोगों को सजग कर दिया गया। ग्रामीणों के अनुसार क्षेत्र में बादल फटने से मध्य रात्रि से लगातार वर्षा रही। इस दौरान नदी, नालों ने भारी कटाव किया। क्षेत्र के ग्रामीण रात भर दहशत में रहे। सुबह से जलस्तर के सामान्य होने के बाद राहत मिली।
वहीं हाईवे तवाघाट के पास बंद है। लिपुलेख मार्ग बूंदी और छियालेख के पास दो स्थानों पर बंद है। जिले में 21 सड़के बंद हैं। अभी दूरस्थ क्षेत्रों से सूचना आनी शेष है। जन ओर पशुहानि की कोई सूचना नहीं है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।