Move to Jagran APP

हेलीकॉप्टर से ढाई क्विंटल मशीन नंदा देवी बेस कैंप पहुंची

नंदा देवी में लापता विदेशी पर्वतारोहियों और भारतीय लाइजन अफसर क ीख्खोज एवं बचाव के लिए रेस्कू दल नंदा देवी बेस कैंप पहुंची।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Jun 2019 06:24 AM (IST)Updated: Tue, 18 Jun 2019 06:24 AM (IST)
हेलीकॉप्टर से ढाई क्विंटल मशीन नंदा देवी बेस कैंप पहुंची
हेलीकॉप्टर से ढाई क्विंटल मशीन नंदा देवी बेस कैंप पहुंची

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : नंदा देवी में लापता विदेशी पर्वतारोहियों और भारतीय लाइजन अफसर की खोज एवं बचाव के लिए रेस्क्यू दल नंदा देवी बेस कैंप प्रथम और द्वितीय के बीच अभ्यास कर रहा है। रेस्क्यू अभियान के लिए सोमवार को पिथौरागढ़ से ढाई क्विंटल भारी मशीन हेलीकॉप्टर से नंदा देवी बेस कैंप पहुंचाई गई है। इधर, शाम को मुनस्यारी और नंदा देवी क्षेत्र में मौसम खराब हो गया। बारिश शुरू होने से रेस्क्यू प्रभावित होने के पूरे आसार हैं।

loksabha election banner

नंदा देवी अभियान पर पहुंचे यूके, यूएसए और आस्ट्रेलिया के सात पर्वतारोही तथा आइएमएफ के एक भारतीय लाइजन अफसर 26 मई को आए एवलांच में अभियान के दौरान लापता हो गए थे। इसकी सूचना मिलते ही उनकी खोज का कार्य वायु सेना के हेलीकॉप्टरों से किया गया। इस दौरान उनके चार साथी जो इंग्लैंड निवासी पर्वतारोहियों को हेलीकॉप्टर से पिथौरागढ़ पहुंचाया गया। चारों अपने देश लौट चुके हैं। हेलीकॉप्टर से नंदा देवी में की गई रेकी के दौरान पांच शव नजर आए परंतु इन शवों को निकाल पाना संभव नहीं हो पा रहा है। जिसे देखते हुए गृह मंत्रालय भारत सरकार, प्रदेश शासन और प्रशासन ने आइटीबीपी के नेतृत्व में एक 32 सदस्यीय दल गठित किया। जिसमें आइटीबीपी के 18 पर्वतारोहियों के अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की सदस्य हैं। रेस्क्यू दल को चार दिन पूर्व मुनस्यारी से नंदा देवी बेस कैंप पहुंचाया गया। जिसमें 12 सदस्य नंदा देवी बेस कैंप दो में और बाकी सदस्य बेस कैंप प्रथम पर हैं। रेस्क्यू चलाने के लिए यहां के मौसम व जलवायु के आधार पर फिट रहने के लिए अभ्यास चल रहा है।

मंगलवार को हेलीकॉप्टर से ढाई किलो वजन की मशीन नंदा देवी बेस कैंप पहुंचाई गई है। यह मशीन हाई एल्टीट्यूट में रेस्क्यू कार्य चलाने के लिए प्रयोग में लाई जाती है। इसके अलावा अन्य सामग्री भी हेलीकॉप्टर से पहुंचाई गई। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि मंगलवार को भी रेस्क्यू दल यहां पर अभ्यास जारी रखेगा। बुधवार से अगला कदम उठाया जाएगा। दल का नेतृत्व आइटीबीपी के प्रमुख पर्वतारोही आरएस सोनाल कर रहे हैं। रेस्क्यू का विवरण

-- 14 जून को वायु सेना के एमआइ-17 हेलीकॉप्टर द्वारा ट्रायल और ब्रीफिंग की गई।

-- 15 जून को नंदा देवी क्षेत्र का हवाई सर्वे किया गया। आइटीबीपी के 15 और छह अन्य सदस्यों को हेलीकॉप्टर से नंदा देवी बेस कैंप उतारा गया।

-- 16 जून को नंदा देवी में मौसम खराब रहा, अभ्यास नहीं चल सका

-- 17 जून को रेस्क्यू में काम आने वाली मशीन और अन्य सामग्री वायु सेना के हेलीकॉप्टर से नंदा देवी बेस कैंप पहुंचाई गई।

-- 18 जून को अभ्यास जारी रहेगा।

----------

बर्फ में दबे शवों को निकालने के लिए प्रयुक्त होती है आइस कटिंग मशीन

पिथौरागढ़: सोमवार को हेलीकॉप्टर से नंदा देवी बेस कैंप पहुंचाई गई ढाई क्विंटल भारी मशीन आइस कटिंग मशीन है। इसका प्रयोग रेस्क्यू अभियान में बर्फ में दबे शवों को निकालने के लिए किया जाता है। इस मशीन में उच्च हिमालय में रेस्क्यू के तहत काम आने वाले तमाम उपकरण शामिल रहते हैं। इसे बर्फीले क्षेत्रों में ले जाना भी आसान है। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फ टूटती नहीं है। इसे आइस कटिंग मशीन के जरिए कटिंग करके ही तोड़ा जाता है। जिससे बर्फ में दबे शवों को निकालने में आसानी होती है।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.