Weather Update: भारी बारिश से पिथौरागढ़ में 25 रास्ते बंद, आज कक्षा 1 से 12वीं तक के स्कूल बंद
पिथौरागढ़ में भारी बारिश के कारण कक्षा 1 से 12 तक के स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद कर दिए गए हैं। थल तहसील क्षेत्र में 190 मिमी और डीडीहाट में 100 मिमी बारिश हुई। टनकपुर-तवाघाट हाईवे बंद होने से चीन सीमा का संपर्क कटा रहा। 25 सड़कें बंद हैं जिनमें से 4 खुल गई हैं लेकिन 21 पर अभी भी यातायात बाधित है। लगातार बारिश से लोगों में दहशत है।

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ में भी कक्षा एक से 12 तक के विद्यालय ओर आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित। पिथौरागढ़ में रात्रि में कुछ स्थानों पर हल्की तो कुछ क्षेत्रों में तेज वर्षा हुई। पिथौरागढ़ थल मार्ग सहित 25 मार्ग बंद हैं।
इससे पहले सोमवार को ऐसा था मौसम का हाल
सीमांत में वर्षा का वेग अभी भी तीव्र है। रविवार की रात्रि को थल तहसील क्षेत्र में 190 मिमी तो उससे लगी डीडीहाट तहसील क्षेत्र में 100 मिमी वर्षा हुई। दोनों तहसीलों में सोमवार दिन तक वर्षा जारी रही। भारी वर्षा से सोमवार सुबह टनकपुर-तवाघाट हाईवे के धारचूला और तवाघाट के मध्य बंद होने से पांच घंटे से अधिक समय तक चीन सीमा का सम्पर्क कटा रहा। सुबह बंद 25 सड़कों में हाईवे सहित अल्मोड़ा-थल राज्य मार्ग, थल-मुनस्यारी मार्ग सहित चार मार्ग यातायात के लिए खुल चुके हैं। 21 मार्गों पर रफतार थमी है।
दो दिन ऐसी हुई बारिश
रविवार की रात्रि को थल और डीडीहाट के अतिरिक्त देवलथल में 25 एमएम, बंगापानी में 28 एूमएम , मुनस्यारी में 14 एमएम और कनालीछीना में 11 एमएम वर्षा हुई। अन्य तहसीलों में 10 एमएम से कम वर्षा हुई। गणाईगंगोली और गंगोलीहाट तहसीलों में मौसम शुष्क रहा। थल से मिली जानकारी के अल्मोड़ा-बेरीनाग-थल मार्ग पर सुबह सात बजे थल से तीन किमी दूर चौनीपातल के पास भारी भूस्खलन से मार्ग सात घंटे बंद रहा। इस दौरान हल्द्वानी, अल्मोड़ा, बागेश्वर से आने जाने वाले वाहन फंस गए। सवारियां मार्ग खुलने के प्रतीक्षा में सड़क किनारे बैठे रहे।
भूस्ख्लन से भारी बोल्डर गिरा
भूस्खलन के दौरान भारी बोल्डर गिरने से बरार विद्युत परियोजना की नहर बंद हो गई । सूचना मिलते ही लोनिवि कर्मी मशीनों के साथ मौके पर पहुंचे। अपरान्ह दो बजे के आसपास मार्ग खोला जा सका। इस दौरान सौ से अधिक वाहन फंस गए। भारी वर्षा से थल कस्बे में हरि दत्त पंत राइंका को जोड़ने वाला गत एक माह से खतरे में आया पैदल मार्ग ध्वस्त हो गया।
इसी मार्ग पर पुलिया के पास मोहन सिंह रौतेला के मकान पर बेरीनाग थल मार्ग का पानी घुस गया। टमटोड़ा के पास थल-लेजम सड़क की सुरक्षा दीवार टूटने से मलबा गोल गांव निवासी बसंत गिरी के मकान तक पहुंच चुका है। जिससे मकान को खतरा बना हुआ है। थल क्षेत्र में प्रतिदिन दिन हो रही भारी वर्षा से लोग दहशत में हैं।
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