विधायक फकीर राम टम्टा के आश्वासन पर माने नगर पंचायत अध्यक्ष, तोड़ा अनशन
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विधायक फकीर राम टम्टा के आश्वासन पर माने नगर पंचायत अध्यक्ष, तोड़ा अनशन
संवाद सूत्र, बेरीनाग: विधायक फकीर राम टम्टा के आश्वासन पर नगर पंचायत अध्यक्ष हेम पंत ने अपना आंदोलन वापस ले लिया है। मंगलवार देर सांय विधायक ने जूस पिलाकर नगर पंचायत अध्यक्ष का अनशन तुड़वाया।
बेरीनाग नगरपंचायत को नगरपालिका का दर्जा दिए जाने, पेयजल व्यवस्था दूरस्त करने की मांग को लेकर नगर पंचायत अध्यक्ष हेम पंत पिछले आठ दिनों से लगातार स्थानीय शहीद चौक में क्रमिक अनशन पर बैठे थे। मंगलवार को 9वें दिन देर सांय क्षेत्रीय विधायक फकीर राम टम्टा, उपजिलाधिकारी अनिल कुमार शुक्ला, स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने अनशन स्थल पर पहुंचकर नगर पंचायत अध्यक्ष से वार्ता की। जिसमें उन्हें बताया गया कि आगामी दो जून को तहसील परिसर में जल निगम व जल संस्थान के अधिकारियों के साथ बैठक कर पेयजल समस्या का हल निकाला जाएगा। विधायक टम्टा ने बेरीनाग नगर पंचायत को नगरपालिका का दर्जा दिलाने के लिए एक शिष्टमंडल को देहरादून भेजने की बात कही। इस आश्वासन पर नगर पंचायत अध्यक्ष ने अपना आंदोलन वापस लेने का फैसला किया। इस दौरान विधायक ने जूस पिलाकर उनका अनशन समाप्त किया। इस मौके पर भाजपा मंडल अध्यक्ष धीरज बिष्ट, सभासद देवेन्द्र लाल शाह, डा. चन्दशेखर पाठक, गणेश उपाध्याय, होशियार मियांन, पुष्कर लाल शाह, प्रमोद धारियाल, हरीश बाफिला, पूरन राम आदि मौजूद थे।
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धारचूला नगर की सुरक्षा को दूसरे दिन भी जारी रहा क्रमिक अनशन
संवाद सूत्र, धारचूला: धारचूला नगर की सुरक्षा को लेकर चल रहा क्रमिक अनशन दूसरे दिन भी जारी रहा। अनशन पर बैठे लोगों ने एलधारा में सुरक्षात्मक कार्य नहीं कराए जाने तक आंदोलन जारी रखने का एलान किया है। तहसील कार्यालय के सम्मुख मंगलवार को भूपेंद्र थापा, त्रिलोक दानू, खड़क दानू, राजीव कोहली, भूपेंद्र बडाल, नानू क्रमिक अनशन पर बैठे। अनशनकारियों ने कहा कि बीते वर्ष मानसून काल में एलधारा के पास भारी भूस्खलन हुआ था। भूस्खलन क्षेत्र में एक वर्ष बाद भी मलबा साफ नहीं किया गया है। बीते वर्ष मलबा गिरने से मल्ली बाजार के व्यापारियों को कई दिनों तक अपनी दुकानें बंद रखनी पड़ी थी। मानसून काल नजदीक है और एलधारा में जमा मलबे के ढहने की पूरी आशंका है। मलबे को साफ कर सुरक्षात्मक कार्य कराए जाने की मांग कई बार की जा चुकी है, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई है। अनशनकारियों ने कहा कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाती तब तक अनशन जारी रहेगा। प्रशासन उदासीन बना रहा तो क्रमिक अनशन को आमरण अनशन में तब्दील कर दिया जाएगा।

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