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    Pithoragarh: अब एक ही दिन में होंगे चार देवालयों के दर्शन, धार्मिक पर्यटन को लगेंगे पंख

    Pithoragarh आंवलाघाट में रामगंगा नदी के ऊपर मोटर पुल नहीं बनने से दोनों तहसीलों की जनता को इसका कोई लाभ नहीं मिल पा रहा था। पिछले वर्ष शासन से आंवलाघाट में मोटर पुल व गंगोलीहाट से आंवलाघाट तक शेष सड़क कटिंग कार्य के लिए करीब 10 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की। इस पुल के बनने से चार देवालयों के दर्शन एक दिन में हो सकेंगे।

    By Jagran News Edited By: Swati Singh Updated: Wed, 13 Mar 2024 02:01 PM (IST)
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    सीमांत जनपद के गंगोलीहाट स्थित विश्व प्रसिद्ध पाताल भुवनेश्वर गुफा का प्रवेश द्वार। जागरण

    विजय उप्रेती, पिथौरागढ़। कुमाऊं की धरती के कण-कण में देवता बसते हैं। बात नेपाल-चीन सीमा से लगे पिथौरागढ़ जिले की हो तो जेहन में हाट कालिका और पाताल भुवनेश्वर की तस्वीर उतरने लगती है। देवालय और भी हैं, मगर अब हाट कालिका, पाताल भुवनेश्वर के साथ ही न्याय की देवी कोटगाड़ी व चंडिका देवी के दर्शन श्रद्धालु एक ही दिन में कर जाएंगे।

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    अभी इन चार प्रमुख मंदिरों के दर्शन के लिए कम से कम तीन दिन का समय लगता है। जल्द अस्तित्व में आने वाले धार्मिक परिपथ से सुबह से शाम तक चारों देवालयों के दर्शन के बाद श्रद्धालु वापस पिथौरागढ़ आ सकते हैं। यह परिपथ आंवलाघाट से पिथौरागढ़ को जोड़ता है।

    धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

    तीन दशक की मांग के बाद रामगंगा नदी पर मोटर पुल निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। चंडिका घाट के पास भी सड़क बन चुकी है। इस नए रूट से जिले में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। गंगोलीहाट से पिथौरागढ़ की दूरी कम करने और गंगोलीहाट की भैरंगपट्टी के लोगों की जिला मुख्यालय तक पहुंच आसान बनाने के उद्देश्य से वर्ष 2006 में आंवलाघाट-पिथौरागढ़ सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। पिथौरागढ़ से आंवलाघाट तक सड़क पहले ही पहुंचा दी गई थी। वहीं गंगोलीहाट से आंवलाघाट तक करीब पांच किमी सड़क कटिंग का कार्य छूट गया था।

    मोटर पुल के लिए मिले 10 करोड़ रुपये

    आंवलाघाट में रामगंगा नदी के ऊपर मोटर पुल नहीं बनने से दोनों तहसीलों की जनता को इसका कोई लाभ नहीं मिल पा रहा था। पिछले वर्ष शासन से आंवलाघाट में मोटर पुल व गंगोलीहाट से आंवलाघाट तक शेष सड़क कटिंग कार्य के लिए करीब 10 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की। धनराशि जारी होते ही फरवरी में शेष निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ। अभी तक दो किमी सड़क कटिंग भी हो चुकी है। सड़क कटिंग के बाद नदी के ऊपर 36 मीटर लंबा व पांच मीटर चौड़ा पुल बनाया जाएगा।

    पिथौरागढ़ से गंगोलीहाट की दूरी 20 किमी होगी कम

    गंगोलीहाट-आंवलाघाट-पिथौरागढ़ सड़क बनने से न केवल नया धार्मिक पर्यटन पथ तैयार होगा, बल्कि दोनों तहसीलों की दूरी भी घटकर करीब 20 किमी कम हो जाएगी। अभी तक पिथौरागढ़ से गंगोलीहाट के लिए वाया घाट होते हुए 77 किमी का सफर तय करना पड़ता है। इस सड़क के बनने के बाद पिथौरागढ़ से गंगोलीहाट की दूरी करीब 57 किमी रह जाएगी।

    अधिकारी ने कही ये बात

    गंगोलीहाट से आंवलाघाट की ओर सड़क कटिंग कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। अभी तक दो किमी सड़क काटी जा चुकी है। शेष सड़क कटान भी शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद मोटर पुल का निर्माण कार्य शुरू होगा।- प्रदीप जोशी, अवर अभियंता, लोनिवि

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