Monsoon 2024 उत्तराखंड समेत पूरे भारत में जून से सितंबर के बीच होने वाली मानसूनी वर्षा का हर किसी को इंतजार रहता है। 30 मई को केरल तट के साथ पूर्वोत्तर राज्यों में पदार्पण करने वाला मानसून 31 मई से बिहार के पूर्वी छोर पर अटका है। वहीं दक्षिण पश्चिम मानसून के तय समय से उत्तराखंड पहुंचने की उम्मीद है।
जागरण संवाददाता, चंपावत : Monsoon 2024: वर्षा ऋतु में भारत को तर करने वाले दक्षिण पश्चिम मानसून के तय समय से उत्तराखंड पहुंचने की उम्मीद है। 30 मई को केरल तट के साथ पूर्वोत्तर राज्यों में पदार्पण करने वाला मानसून 31 मई से बिहार के पूर्वी छोर पर अटका है। हालांकि दक्षिण-पश्चिम छोर से मानसून महाराष्ट्र व तेलंगाना होते हुए छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर गया है।
इधर बीते दो-तीन दिनों में वर्षा नहीं होने से
गर्मी फिर बढ़ने लगी है। ऐसे में हर किसी को मानसून का इंतजार है। अगले दो-तीन दिन में भी उत्तराखंड में वर्षा के खास आसार नहीं हैं।
उत्तराखंड समेत पूरे भारत में जून से सितंबर के बीच होने वाली मानसूनी वर्षा का हर किसी को इंतजार रहता है।
दक्षिण-पश्चिमी छोर उत्तर की ओर बढ़ रहा मानसून
तपती गर्मी से राहत पाने के साथ ही खरीफ की फसल, प्राकृतिक जल स्रोतों व भूमिगत जलस्तर को रिचार्ज होने के लिए वर्षा जरूरी है। केरल तट पर सामान्य समय से एक दिन पहले पहुंच गया मानसून दक्षिण-पश्चिमी छोर उत्तर की ओर बढ़ रहा है।
मानसून ने दो जून को कर्नाटक, छह जून को महाराष्ट्र के निचले हिस्से में प्रवेश किया। आठ जून को मानसून की रेखा निम्न मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी तेलंगाना को कवर करते हुए दक्षिणी छत्तीसगढ़ व ओडिशा के हिस्सों में पहुंच गई।
मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) के अनुसार इन क्षेत्रों में अच्छी
वर्षा हो रही है। वहीं, पूर्वी छोर पर सामान्य समय से पहले पहुंचा मानसून 31 मई से सिक्किम-बिहार की सीमा पर अटका हुआ है। हालांकि आइएमडी का कहना है मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।
जल्द ही मानसून बिहार, उत्तर प्रदेश को कवर करते हुए उत्तराखंड पहुंचेगा। मानसून के उत्तराखंड के कुमाऊं अंचल प्रवेश करने का सामान्य समय 20 जून है। इस बीच दो से तीन दिन में यह पूरे उत्तराखंड को कवर करते हुए हिमाचल व लद्दाख की ओर बढ़ जाता है।
मानसून तय समय से आगे बढ़ रहा है। मानसून का दक्षिण-पश्चिम छोर अधिक मजबूत है। महाराष्ट्र, तेलंगाना में भारी वर्षा देखने को मिली है। अगले दो-तीन दिनों में मानसून महाराष्ट्र व छत्तीसगढ़ के अधिकांश हिस्सों को कवर करता हुआ आगे बढ़ जाएगा।
-बिक्रम सिंह, निदेशक, मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून