संवाद सूत्र, बेरीनाग : Monkey Attack: पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग में तहसील क्षेत्र के कांडे किरौली में बंदर ने हमला कर एक चार वर्षीय बच्चे का कान काटकर अलग कर दिया।

बच्चे को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कई घटनाओं के बाद भी बंदरों के आतंक से निजात दिलाने को कोई पहल नहीं होने से क्षेत्रवासियों में गहरा आक्रोश है।

बच्चे का बायां कान बंदर ने काटकर अलग कर दिया

कांडे किरौली निवासी सुरेश सिंह कार्की का चार वर्षीय पुत्र शिवांशु घर के पास खेल रहा था। तभी अचानक बंदर ने बच्चे पर हमला बोल दिया। बच्चे का बायां कान बंदर ने काटकर अलग कर दिया। बच्चे के शोर मचाने पर परिजन बाहर आए। स्वजनों ने डंडे फटकार बंदर को खदेड़ा।

कांडे किरौली में लंबे समय से बंदरों का आतंक

स्वजन लहूलुहान हालत में शिवांशु को एक निजी अस्पताल में लाए, जहां उसका उपचार किया जा रहा है। ग्राम प्रधान प्रभा पंत ने बताया कि कांडे किरौली में लंबे समय से बंदरों का आतंक बना हुआ है।

बंदर पूर्व में भी कई महिलाओं और बुजुर्गों को घायल कर चुके हैं। उन्होंने बंदरों के आतंक से निजात दिलाए जाने की मांग करते हुए कहा कि जल्द इस मामले में पहल नहीं की गई तो ग्रामीण आंदोलन को बाध्य होंगे।

गुलदार से बचाव को वन विभाग ने तवाघाट से खेत तक कराई मुनादी

वहीं सीमांत तहसील धारचूला के अंतर्गत तवाघाट से खेत तक गुलदार की बढ़ती सक्रियता के बाद वन विभाग ने गश्त बढ़ा दी है। लोगों को सुरक्षित रहने के लिए मुनादी कराई जा रही है। गुलदार अब तक दर्जनों मवेशियों को अपना शिकार बना चुका है।

तवाघाट से खेत तक गुलदार ने आतंक मचा रखा है। पिछले एक माह से सक्रिय गुलदार गांवों की सीमा पर मंडरा रहा है। अब तक दर्जन भर से अधिक बकरियों और मवेशियों को अपना शिकार बना चुका गुलदार दिनदहाड़े लोगों को दिखाई दे रहा है।

गुलदार के भय से लोग अपने जानवरों को जंगलों में भी नही भेज पा रहे हैं। गुलदार को क्षेत्र से बाहर किए जाने के लिए ग्रामीण कई बार वन विभाग से गुहार लगा चुके हैं। गुलदार की सक्रियता को देखते हुए वन विभाग की टीमें क्षेत्र में नियमित गश्त कर रही हैं।

वन कर्मी लाउडस्पीकर से मुनादी कर लोगों से सतर्कता बरतने की अपील कर रहे हैं। वन विभाग ने लोगों से रात मे घरों से अकेले न निकलने, बच्चों और बुजुर्गों को सांझ के वक्त घरों के आंगन में अकेला न छोड़ने, घरों के आस-पास झाडि़यों की सफाई करने और रात में घरों के आस-पास प्रकाश की उचित व्यवस्था रखने को कहा है। क्षेत्र में गुलदार के मानव पर हमला करने की कोई घटना अभी तक नहीं हुई है।

Edited By: Nirmala Bohra