उत्तराखंड: पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी घायल, कैलास मानसरोवर यात्रा के दौरान हुईं हादसे का शिकार
कैलास मानसरोवर यात्रा पर गईं दिल्ली की पूर्व मंत्री मीनाक्षी लेखी तिब्बत में घोड़े से गिरकर घायल हो गईं। कमर में चोट लगने के कारण उन्हें यात्रा बीच में ही रोककर भारत वापस आना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार उन्हें नावीढांंग लाकर वहां से हैलीकॉप्टर से देहरादून ले जाया जाएगा। बता दें कि तिब्बत में तकलाकोट के बाद दारचिन यात्रा का दूसरा पड़ाव है।

जासं , पिथौरागढ़ । कैलास मानसरोवर यात्रा के दूसरे दल में शामिल दिल्ली निवासी पूर्व मंत्री मीनाक्षी लेखी तिब्बत में दारिचन में घोड़ से गिर कर घायल हो गई । कमर में चोट आने से वह बीच में यात्रा छोड़ कर भारत आ रही हैं।
प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार मीनाक्षी लेखी घोड़े से गिर कर घायल हुई। जानकारी के अनुसार उन्हें नावीढांंग लाकर वहां से हैलीकॉप्टर से देहरादून ले जाया जाएगा। तकलाकोट से दारचिन की दूरी 102 किमी है। तिब्बत में तकलाकोट के बाद दारचिन यात्रा का दूसरा पड़ाव है।
भारत पहुंची चोटिल पूर्व मंत्री मीनाक्षी लेखी
कैलास मानसरोवर यात्रा के दूसरे दल में शामिल दिल्ली निवासी पूर्व विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी भारत में प्रवेश कर गुंजी पहुंच चुकी है। मौसम ख्रराब होने से अभी हैलीकॉप्टर से जा पाना संभव नहीं है। वहीं मौसम के आज खुलने के आसार नहीं लग रहे हैँ।
दूसरे यात्रा की सदस्या मीनाक्षी लेखी तिब्बत के दारचिन मे घोडे़ से गिरकर घायल हो गई और उनके कमर में चोट आयी है। चोटिल हाेने से बीच में ही यात्रा छोड़ कर भारत को लौटी। रविवार सुबह चीन के अधिकारियों ने उन्हें लिपुलेख में आइटीबीपी के अधिकारियों को सौपा। जहां से उन्हें नावीढांग लाया गया।
मौसम के खराब होने से उन्हें दोपहर बाद 12:38 बजे गुंजी लाया गया है। जहां से उन्हे हैलीकॉप्टर से देहरादून जाना है। परंतु मौसम के चलते हैलीकॉप्टर का उड़ना अभी संभव नहीं है। रविवार को मौसम नहीं खुलने की दशा में वह वाहन से धारचूला आएंगी और धारचूला से हैलीकॉप्टर से रेस्क्यू की जाएंगी। प्रशासन के अनुसार उनकी कमर में चोट है परंतु वह चल रही हैं।
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