मूवमेंट बदलकर वन कर्मियों को छका रहा तेंदुआ
पिथौरागढ़ नगर से सटे पौण पपदेव बजेटी क्षेत्र में सक्रिय गुलदार चौथे रोज भी वन कर्मियों की गिरफ्त में नहीं आया।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : नगर से सटे पौण, पपदेव, बजेटी क्षेत्र में सक्रिय गुलदार चौथे रोज भी वन कर्मियों की गिरफ्त में नहीं आया। गुलदार लगातार मूवमेंट बदलकर वन विभाग को छका रहा। गुलदार की कोई मूवमेंट क्षेत्र में नहीं दिखाई दे रही है।
वन विभाग की 12 सदस्यीय टीम बीती रात्रि पौण, पपदेव, बजेटी क्षेत्र में गश्त पर रही। पूरी रात गश्त करने के बाद भी वन कर्मियों को कोई मूवमेंट नहीं दिखाई दी। गुलदार पौण और पपदेव गांव की सीमा पर लगाए गए पिंजरे के आसपास नहीं फटक रहा है। सेरा पाटा में बालिका को निवाला बनाने वाले स्थल पर भी गुलदार दोबारा नहीं दिखाई दिया।
वन क्षेत्राधिकारी दिनेश जोशी ने बताया कि गुलदार लगातार मूवमेंट बदल रहा है। उन्होंने कहा कि बीती रात्रि गुलदार की मूवमेंट पौण पपदेव से लगे जंगल की ओर रहने की संभावना है। उन्होंने कहा खतरा अभी टला नहीं है। क्षेत्र के लोग नाइट कर्फ्यू का पालन करते हुए सतर्कता बनाए रखें।
शनिवार को क्षेत्र में सक्रिय गुलदार से निपटने के लिए शिकारी तैनात कर दिया गया है। यह जिम्मेदारी नैनीताल के शिकारी हरीश धामी को दी गई है। वह रविवार को पिथौरागढ़ पहुंचेंगे। धामी इससे पूर्व भी पिथौरागढ़ में एक गुलदार को ढेर कर चुके हैं।
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वन रक्षकों की कमी से जूझ रहा है वन विभाग
पिथौरागढ़: जिला मुख्यालय के चारों ओर इस समय गुलदार सक्रिय हैं, लेकिन वन विभाग कर्मचारियों की कमी के चलते सभी क्षेत्रों में गश्त नहीं करवा पा रहा है। गश्त में वन दरोगा और वन रक्षकों की जरू रत होती है। वन विभाग में इस समय वन रक्षकों के 40 फीसद पद खाली पड़े हुए हैं। जिला मुख्यालय में वन रक्षकों के दर्जन भर पद रिक्त हैं। पौण-पपदेव- बजेटी क्षेत्र में गश्त के लिए दैनिक कर्मचारियों की मदद ली जा रही है। वन क्षेत्राधिकारी दिनेश जोशी ने बताया कि वनरक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, जल्द ही रिक्त पदों पर वन रक्षकों की तैनाती हो जाएगी।
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