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    न्यायिक बंदीगृह में कैदियों को दी गई कानूनी जानकारी

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 10 Dec 2020 11:16 PM (IST)

    पिथौरागढ़ में विश्व मानवाधिकार दिवस पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।

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    न्यायिक बंदीगृह में कैदियों को दी गई कानूनी जानकारी

    संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : विश्व मानवाधिकार दिवस पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में न्यायिक बंदीगृह में जागरू कता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें कैदियों को उनके अधिकारों के संबंध में कानूनी जानकारी दी गई।

    गुरुवार को बंदीगृह में आयोजित शिविर में प्राधिकरण सचिव मनोज कुमार द्विवेदी, पैनल लायर राजेंद्र प्रसाद जोशी व रिटेनर लायर मोहन सिंह नाथ द्वारा कैदियों को उनके अधिकारों के संबंध में जागरू क करते हुए कहा कि हर व्यक्ति को जीने का अधिकार है, चाहे वह आम जन हो या फिर कोई कैदी। भारतीय संविधान के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति के जन्म के बाद से उसके अधिकार मिल जाते हैं। न्यायिक अधिकारियों ने बंदियों से कहा कि यदि उन्हें पैरवी के लिए अधिवक्ता की जरू रत पड़ती है तो वह जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में प्रार्थनापत्र दे सकता है। इस मौके पर आआइ रमेश राम, कांस्टेबल पूरन सिंह, गणेश सिंह, आरती, होमगार्ड कवींद्र सिंह, मोहन भट्ट आदि मौजूद रहे।

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    वहीं अस्कोट में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर अस्कोट में एक्शन एड के सहयोग से अर्पण संस्था द्वारा गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर लोगों को मानवाधिकार को लेकर जागरू क किया गया। रामलीला मैदान अस्कोट में आयोजित गोष्ठी में महिला हिसा, सामाजिक, आर्थिक भेदभाव पर चर्चा की गई। संस्था की सचिव रेनू ठाकुर ने कहा कि मानवाधिकारों का पालन करना सभी का दायित्व है। समाज के बीच आर्थिक, सामाजिक रू प को लेकर होने वाला भेदभाव एक कलंक है। उन्होंने गोष्ठी में उपस्थित महिलाओं से न तो किसी के साथ भेदभाव, उत्पीड़न करने और नहीं सहने की अपील की। परियोजना समन्वयक खीमा जेठी ने महिलाओं को भूमि पर मिले हक लेने को कहा ताकि महिलाओं पर होने वाली हिसा की रोकथाम हो सके। गोष्ठी में ग्राम प्रधान देवल आशा पाल ने भी विचार रखे। जिपं सदस्य विनीता पाल ने कहा कि महिलाओं का शिक्षित होकर अपने अधिकार और कर्तव्यों के प्रति जागरू क होना आवश्यक है। गोष्ठी में बिरखम, देवल, अस्कोट, हिनकोट और अस्कोट बाजार की लगभग चालीस महिलाओं सहित अर्पण कार्यकर्ता खद्योत ओझा, धर्मेद्र, हेमलता, ज्योति, ज्योति पाठक, हिमानी पाल आदि उपस्थित थे।