नहीं रहे भारत-पाकिस्तान 1971 युद्ध के वीर गोविंद सिंह खनका, कहे जाते थे सेना के 'हैवी व्हीकल हीरो'
भारत-पाकिस्तान युद्ध 1971 के नायक गोविंद सिंह खनका, जिन्हें सेना में 'हैवी व्हीकल हीरो' कहा जाता था, अब नहीं रहे। उन्होंने युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और विपरीत परिस्थितियों में भी कुशलतापूर्वक वाहनों का संचालन किया। सेना में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।

अपनी असाधारण क्षमता के चलते गोविंद को सेना के हैवी व्हीकल का हीरो कहा जाता था। आर्काइव
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़। जिला मुख्यालय के निकटवर्ती ग्यारह देवी गांव निवासी पूर्व सैनिक गोविंद सिंह खनका 76 वर्ष का हृदयगति रुकने से निधन हो गया । मिलनसार स्वभाव के गोविंद सिंह के निधन की खबर मिलते ही पूर्व सैनिकों सहित आम जनमानस में शोक की लहर छा गई ।
गाेविंद सिंह खनका जन्म 1949 में हुआ था। 1970 में भारतीय सेना की आर्मी सप्लाई कोर में चयनित हुए ।एक साल बाद ही भारत -पाक यूद्ध में उन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई । सक्रिय भूमिका निभाने के साथ ही उन्होंने अति दुर्गम लेह, पंजाब, नार्थ ईस्ट , असम और जम्मू कश्मीर में अपनी सेवाएं दी । उनकी असाधारण क्षमता के कारण उन्हें सेना की हैवी व्हीकल का हीरो कहा जाता था। वह आर्मी हैवी व्हीकल कोर्स क्वालीफाइड थे।
1985 में सेवानिवृत्ति के बाद भी उन्होंने जनपद सेना मुख्यालय के साथ कार्य करते हुए हैवी व्हीकल के चलते हुए सेना को सहयोग प्रदान किया था।दूसरी तरफ सामाजिक सेवा के क्षेत्र में सक्रिय होने से समाज में उनकी एक विशिष्ट छवि थी। उनकी अंतिम यात्रा में पूर्व सैनिक संगठन द्वारा एक सैनिक के रूप में एक महान व्यक्तित्व को तिरंगा समर्पित करते हुए पुष्प चक्र अर्पित किया और अंतिम सलामी दी । इस अवसर पर बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक और आमजन मौजूद रहे।
पूर्व सैनिक संगठन के गुरना क्षेत्र के संयाेजक कै.उमेश फुलेरा के नेतृत्व में पूर्व सैनिकों द्वारा उनके स्वजनों को ढांढस बंधाया और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। कै. सुंदर सिंह खड़ायत द्वारा उन्हें पुष्प चक्र अर्पित किया।
इस अवसर पर कै.मदन सिंह, प्रदीप खनका , भूपेंद्र पांडेय, महेश चंद, भूप चंद, उमेश तिवारी, ललित सिंह, माधव सिंह सहित पूर्व सैनिक व अन्य लोग उपस्थित रहे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।