उत्तराखंड में बारिश से बर्बादी, पिथौरागढ़ में भूस्खलन से तीन मकान खतरे में; 28 सड़कें बंद
पिथौरागढ़ जिले के तेजम बंगापानी डीडीहाट और धारचूला में भारी वर्षा हुई है जिससे टनकपुर-तवाघाट हाईवे और अन्य महत्वपूर्ण मार्ग बंद हो गए हैं। इससे चीन सीमा से संपर्क टूट गया है और मुनस्यारी तहसील अलग-थलग पड़ गई है। तेजम और बंगापानी तहसीलों का दो-तिहाई क्षेत्र भी प्रभावित हुआ है। धारचूला और बंगापानी में पुल और पैदल मार्ग बह गए हैं भूस्खलन से मकानों को खतरा है।

जासं, पिथौरागढ़। सीमांत की तेजम, बंगापानी, डीडीहाट और धारचूला में भारी वर्षा हुई। तेजम में 120 एमएम, बंगापानी में 112 एमएम वर्षा हुई। वर्षा से टनकपुर-तवाघाट हाईवे, तवाघाट-लिपुलेख, जौलजीबी-मुनस्यारी, थल-मुनस्यारी मार्ग बंद होने से चीन सीमा का सम्पर्क भंग है।
पूरी मुनस्यारी तहसील अलग थलग पड़ी है। तेजम और बंगापानी तहसीलों का दो तिहाई क्षेत्र का संपर्क काट चुका है। धारचूला उमचिया पुल ओर बंगापानी में बरम-कनार पैदल मार्ग का खेतीखान पैदल पल बहने से कनार गांव का संपर्क कटा है। भूस्खलन से तीन मकान खतरे में हैं।
बंगापानी तहसील के बाँसबगड़ में एक मकान ध्वस्त हो गया है और एक मकान खतरे है। एक पेयजल लाइन बह है है। बंगापानी कर जाराजिबली गाव में भारी भूस्खलन हुआ है। सभी नदी नाले ऊफान पर है। काली नदी का जलस्तर खतरे के निशान 0.80 मीटर नीचे पहुंचा है। 28 सड़को के अलावा पैदल मार्ग बंद है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।