Pithoragarh: ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए अच्छी खबर, अब मुनस्यारी में बन रहे हैं चार नए रूट; पर्यटकों की है पसंदीदा जगह
Pithoragarh सीमांत तहसील मुनस्यारी में देश और विदेश से पर्यटक बड़ी तादाद में ट्रैकिंग के लिए आते हैं। उच्च हिमालयी क्षेत्र में ट्रैक रूट बने हुए हैं लेकिन निचले हिमालयी क्षेत्र में ट्रैकिंग रूट कम हैं। उच्च हिमालय जाने वाले पर्यटकों की तादाद कम ही रहती है जबकि मुनस्यारी और उसके आसपास ट्रैकिंग के लिए अधिक टूरिस्ट आते हैं।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़। शासन ने मुनस्यारी तहसील में चार नये ट्रैकिंग रूटों को हरी झंडी दे दी है। ट्रैकिंग रूटों के लिए लंबे समय से मांग की जा रही थी। नये रूट बन जाने से ट्रैकर अपना शौक पूरा कर सकेंगे। मुनस्यारी तहसील में पर्यटन विकास को इससे बल मिलेगा।
सीमांत तहसील मुनस्यारी में देश और विदेश से पर्यटक बड़ी तादाद में ट्रैकिंग के लिए आते हैं। उच्च हिमालयी क्षेत्र में ट्रैक रूट बने हुए हैं, लेकिन निचले हिमालयी क्षेत्र में ट्रैकिंग रूट कम हैं। उच्च हिमालय जाने वाले पर्यटकों की तादाद कम ही रहती है, जबकि मुनस्यारी और उसके आसपास ट्रैकिंग के लिए अधिक टूरिस्ट आते हैं।
ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए खुशखबरी
अधिकांश पर्यटक वाहनों की जगह ट्रैकिंग करना पसंद करते हैं। पर्यटन विभाग ने मुनस्यारी और उसके आसपास के क्षेत्र बिर्थी फाल से खलिया टॉप, होकरा से बालचंद कुंड, खलिया से हीरामणी ग्लेशियर, सैणरांथी से थाला तक ट्रैकिंग रूट बनाने के प्रस्ताव शासन को भेजे थे। इन प्रस्तावों को शासन ने स्वीकृति दे दी है।
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रूट बनाने के लिए मिली एक करोड़ की राशि
ट्रैकिंग रूट बनाने के लिए एक करोड़ की धनराशि भी जारी कर दी गई है। बिर्थी से खलिया टॉप तक ट्रैकिंग रूट बन जाने से पर्यटक बिर्थी झरने के साथ ही खलिया टॉप से बर्फ से लकदक चोटियों का सौंदर्य निहार सकेंगे। मुनस्यारी में ट्रैकिंग के लिए आने वाले पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
अधिकारी ने कही ये बात
नये ट्रैकिंग रूट बन जाने से पर्यटक यहां अधिक समय तक रूकेंगे, इसका लाभ स्थानीय लोगों को विभिन्न रोजगार के रूप में मिलेगा।- कीर्ति चंद्र आर्य, जिला पर्यटन अधिकारी, पिथौरागढ़
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