आदि कैलास अल्ट्रा मैराथन: गुंजी से 14 हजार फीट की ऊंचाई तक होगी रेस, 700 रेसर लेंगे भाग
पिथौरागढ़ में दो नवंबर को होने वाली हाई एल्टीट्यूड अल्ट्रा मैराथन के लिए आदि कैलास क्षेत्र तैयार है। 700 प्रतिभागियों के स्वागत, सुरक्षा और सुविधाओं के लिए प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। गुंजी से 14 हजार फीट की ऊंचाई तक होने वाली इस रेस के लिए मेडिकल टीम, आवास और बचाव योजना तैयार है। पर्यटन विभाग खिलाड़ियों के रहने और खाने-पीने की व्यवस्था करेगा।

सुरक्षा व व्यवस्थाओं को अंतिम रूप। आर्काइव
संवाद सहयोगी, जागरण, पिथौरागढ़ । दो नवंबर को आयोजित होने जा रही हाई एल्टीट्यूड अल्ट्रा मैराथन के लिए आदि कैलास क्षेत्र पूरी तरह तैयार है। देशभर से आने वाले 700 प्रतिभागियों की आवभगत, सुरक्षा और सुविधाओं को लेकर प्रशासन और आयोजन समिति ने तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है।
गुंजी से शुरू होकर 14 हजार फीट की ऊंचाई तक जाने वाली इस चुनौतीपूर्ण रेस के लिए ट्रेक मार्किंग, चिकित्सा दलों की तैनाती, आवास की व्यवस्था और रेस्क्यू प्लान पूरी तरह तैयार हैं। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में संभावित जोखिमों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने आक्सीजन सिलिंडर, प्राथमिक उपचार किट और एंबुलेंस की व्यवस्था की है। दौड़ के दौरान मौसम और ऊंचाई की कठिन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए आपदा प्रबंधन और आइटीबीपी की टीमें भी मुस्तैद रहेंगी।
प्रतिभागियों के लिए ठहरने की व्यवस्था गुंजी, नाबी और कुटी गांवों में की गई है, जहां स्थानीय लोगों ने भी गर्मजोशी से मेहमाननवाजी का जिम्मा उठाया है। पर्यटन और खेल विभाग इस आयोजन को आदि कैलास क्षेत्र के प्रचार-प्रसार और साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने का बड़ा अवसर मान रहे हैं। आयोजन समिति ने बताया कि अल्ट्रा मैराथन की सफलता से यह क्षेत्र लद्दाख की तरह अंतरराष्ट्रीय मैराथन मानचित्र पर उभर सकता है।
रहने-खाने का पूरा इंतजाम करेगा पर्यटन विभाग
पिथौरागढ़: पहली बार आयोजित हो रही अल्ट्रा मैराथन दौड़ में भाग लेने के लिए आने वाले खिलाड़ियों को रहने, खाने-पीने और इनर लाइन परमिट के लिए कोई परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी। पर्यटन विभाग सारी व्यवस्थाएं संभालेंगा। धावकों के लिए क्षेत्र में स्थिति पर्यटक आवास गृह ओर होम स्टे में व्यवस्था रहेगी। इस आयोजन से इस क्षेत्र की पहचान ओर बढ़ेगी।
अल्ट्रा मैराथन दौड़ के आयोजन के लिए सभी तैयारियां की जा रही हैं। यहां आने वाले धावकों को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। जिन लोगों ने आवेदन किया है, उनके इनर लाइन परमिट बनाए जा रहे हैं जो एक साथ जारी किए जाएंगे।
- कीर्ति आर्य, जिला पर्यटन अधिकारी
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