आदि कैलास परिक्रमा पथ पर होगी मैराथन दौड़, देशभर के 545 धावक दिखाएंगे अपना दम
आदि कैलास और ओम पर्वत यात्रा को बढ़ावा देने के लिए 2 नवंबर को आदि कैलास परिक्रमा पथ पर मैराथन दौड़ का आयोजन किया जाएगा । इस दौड़ में देश भर से 545 धावक हिस्सा लेंगे। विजेताओं को लगभग 50 लाख रुपए के पुरस्कार दिए जाएंगे। इस आयोजन से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र को एक नई पहचान मिलेगी।

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यात्रा के बाद आदि कैलास का फलक अब देश-दुनिया तक है। हर साल महादेव के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है। आदि कैलास की यात्रा अध्यात्म के साथ रोमांच से भी साक्षात्कार कराती है।
उच्च हिमालय के इस क्षेत्र को और अधिक पहचान दिलाने के लिए नवंबर प्रथम सप्ताह में पर्यटन विभाग अल्ट्रा मैराथन कराने वाला है। इस मैराथन में देशभर के सैकड़ो धावक और अन्य लोग शामिल होंगे। इस आयोजन को लेकर विभाग तैयारियों में जुट गया है।
आयोजन से आदि कैलास क्षेत्र की पहचान को व्यापकता मिलेगी। वहीं शीतकालीन पर्यटन की संभावनाएं बढ़ेंगी। इसके अलावा साहसिक पर्यटन भी बढ़ेगा, जिसका सीधा लाभ वाईब्रेंट गावो को मिलेगा। यह आयोजन राष्ट्रीय स्तर का होगा।
2 नवंबर को आयोजित होगी दौड़
आदि कैलास और ओम पर्वत यात्रा को पूरे देश में लोकप्रिय बनाने के लिए 2 नवंबर को आदि कैलास परिक्रमा पथ मैराथन दौड़ आयोजित होगी। इस दौड़ में देश भर के 545 मैराथन धावक अपना दम खम दिखाएंगे। दौड़ इस मायने में महत्वपूर्ण है कि यह 10000 फीट की ऊंचाई से 14500 फीट की ऊंचाई तक कराई जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदि कैलास और ओम पर्वत दर्शनों के बाद इस क्षेत्र को नई पहचान मिली है। प्रधानमंत्री के दौरे से पहले जहां यहां आने वाले पर्यटकों की तादाद सैकड़ो में ही होती थी अब यह संख्या 1 लाख तक का आंकड़ा छू रही है। पर्यटकों की बढ़ती तादाद में पूरे क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव किया है। होटल रेस्टोरेंट लॉज होमस्टे , टैक्सी संचालन जैसे कारोबार में जबरदस्त उछाल आया है। क्षेत्र के सैकड़ो लोगों को रोजगार मिला है।
इस रोजगार के आगे और तेजी से बढ़ने की पूरी संभावना है। इस संभावना को देखते हुए प्रदेश का पर्यटन विभाग भी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है। इसके लिए तमाम माध्यमों से क्षेत्र का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। इसी क्रम में 2 नवंबर को आदि कैलास परिक्रमा पथ मैराथन दौड़ का आयोजन कराया जा रहा है।
यह दौड़ 10000 फीट की ऊंचाई पर स्थित गंजी से 14500 फीट की ऊंचाई पर स्थित ज्योलिंगकोंग तक कराई जाएगी।
देश भर के मैराथन धावकों को केवल दौड़ने के लिए ही यहां नहीं बुलाया जा रहा है बल्कि उन्हें भारी भरकम पुरस्कार भी दिया जाएगा। पांच अलग-अलग वर्ग के विजेताओं को करीब 50 लाख रुपए के नगद पुरस्कार मिलेंगे।
पर्यटन विभाग का मानना है कि देशभर से आने वाले मैराथन धावक इंटरनेट मीडिया और माउथ पब्लिसिटी के जरिए इस क्षेत्र का व्यापक प्रचार प्रसार करेंगे। इससे क्षेत्र में पर्यटकों की तादाद और बढ़ेगी। दौड़ में शामिल होने के लिए देश भर से 545 मैराथन धावकों ने अपना पंजीकरण पर्यटन विभाग में कर लिया है।
धावकों को मिलेंगे चार-चार लाख
पिथौरागढ़ 2 नवंबर को होने वाली अल्ट्रा मैराथन दौड़ 60 किलोमीटर, 42 किलोमीटर 21 किलोमीटर, 10 किलोमीटर और पांच किलोमीटर अलग-अलग वर्ग में कराई जाएगी। सभी दौड़े महिला और पुरुष वर्ग में होगी। 60 किलोमीटर की ओपन दौड़ के विजेता महिला और पुरुष को दो-दो लाख रुपए का नगद पुरस्कार दिया जाएगा।
पहले पांच स्थान पर रहने वाले खिलाड़ियों को 2 लाख, 1.25 लाख, 75000 रुपए, 65000 रुपए, 45000 रुपए का नगद पुरस्कार दिया जाएगा। इसी तरह अन्य वर्गों में भी लाखों रुपए के पुरस्कार बटेंगे। दौड़ 60 वर्ष से अधिक, 50 से 60 ए वर्ग, 40 से 50 आयु वर्ग के साथ ही उत्तराखंड के 18 से 40 आयु वर्ग के युवा, सुरक्षा बलों के जवान और सरकारी कर्मचारी के लिए भी कराई जा रही है।
उच्च हिमालय क्षेत्र में लद्दाख के बाद उत्तराखंड में ही इस तरह की दौड़ का आयोजन किया जा रहा है। यह दौड़ आदि कैलास ओम पर्वत क्षेत्र के साथ संपूर्ण पिथौरागढ़ जिले को एक नई पहचान देगी। इस दौड़ के आयोजन से होने वाले व्यापक प्रचार प्रसार से यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी भविष्य में भी इस तरह की आयोजन कराए जाएंगे। - कीर्ति आर्य, जिला पर्यटन अधिकारी
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