कालापानी कूच के एलान से हरकत में आई सुरक्षा एजेंसियां
संवाद सूत्र, धारचूला : नेपाल के छात्र संगठन अखिल क्रांतिकारी विद्यार्थी यूनियन के कालापानी कूच करने
संवाद सूत्र, धारचूला : नेपाल के छात्र संगठन अखिल क्रांतिकारी विद्यार्थी यूनियन के कालापानी कूच करने के एलान के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। उच्च हिमालयी क्षेत्रों से प्रवासी नेपालियों को वापस धारचूला भेजा जा रहा है।अधिसूचित क्षेत्र (इनर लाइन) छियालेक में उच्च हिमालयी क्षेत्र के लिए जारी किए जाने वाले अनुमति पत्र की गहनता से जांच की जा रही है।
नेपाल के अखिल क्रांतिकारी विद्यार्थी यूनियन ने भारत और नेपाल के बीच सीमा रेखा बनाने वाली काली नदी के उद्गम स्थल कालापानी पर नेपाल का दावा करते हुए कालापानी कूच का एलान किया है। इसके लिए 11 अगस्त को नेपाल के सीमांत जिले दार्चुला में बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में कूच की तिथि तय होनी है। कूच के दौरान यूनियन ने कालापानी पर नेपाल का झंडा लगाए जाने का ऐलान किया है। यूनियन द्वारा विवाद खड़ा करने को भारत ने गंभीरता से लिया है।
भारत- नेपाल और भारत-चीन सीमा पर तैनात एसएसबी, आइटीबीपी और पुलिस भारतीय क्षेत्र में किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए सक्रिय हो गई हैं। नेपाल से आकर भारत में काम करने वाले प्रवासी नेपालियों का सत्यापन कराया जा रहा है। इस सीमा पर स्थित इनर लाइन छियालेक पर इनर लाइन परमिट की गहनता से जांच हो रही है। बगैर परमिट के किसी को भी आगे नहीं बढ़ने दिया जा रहा है। इस बीच आइटीबीपी ने कैलास मानसरोवर यात्रा में भेजे जा रहे पोनी-पोटर्स को ठेकेदारों द्वारा तहसील द्वारा जारी अनुमति पत्र की जगह अपनी मोहर लगे निजी पास जारी किए जाने की शिकायत की है। तहसीलदार इंद्र बहादुर मल्ल ने इसे गंभीर मामला बताते हुए कहा कि इस आड़ में देश विरोधी तत्व उच्च हिमालयी क्षेत्र में पहुंच सकते हैं। उन्होंने कहा मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई होगी।
सीमा पर स्वतंत्रता दिवस को लेकर सत्यापन की कार्रवाई की जा रही है। संदिग्ध पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। नेपालियों को वापस लौटाने की कोई कार्रवाई फिलहाल पुलिस की ओर से नहीं की जा रही है।
रोशन लाल शर्मा, पुलिस अधीक्षक, पिथौरागढ़