Uttarakhand: पांच घंटे बंद रहा बदरीनाथ हाईवे, एनएच लोनिवि के अधिशासी अभियंता पर केस दर्ज
उत्तराखंड में श्रीनगर-फरासू क्षेत्र में बदरीनाथ-ऋषिकेश राष्ट्रीय राजमार्ग अलकनंदा नदी में हाईवे का हिस्सा समाने से पांच घंटे तक बाधित रहा। जिलाधिकारी पौड़ी के निर्देश पर एनएच लोनिवि खंड श्रीनगर के अधिशासी अभियंता के खिलाफ आपदा अधिनियम और बीएनएस की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। राजमार्ग पर आवाजाही सुबह 10 बजे से दोपहर 330 बजे तक बंद रही जिससे यात्रियों को भारी परेशानी हुई।

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल। बदरीनाथ-ऋषिकेश राष्ट्रीय राजमार्ग पर श्रीनगर के फरासू क्षेत्र में गुरुवार को अलकनंदा नदी में हाईवे का हिस्सा समाने से यातायात पांच घंटे से अधिक समय तक बाधित रहा। मामले में जिलाधिकारी पौड़ी स्वाति एस भदौरिया के निर्देश पर एनएच लोनिवि खंड श्रीनगर के अधिशासी अभियंता के खिलाफ 65 आपदा अधिनियम व बीएनएस की धारा 223 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
गुरुवार सुबह 10 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक हाईवे पर आवाजाही पूरी तरह बंद रही। चमोली, रुद्रप्रयाग से ऋषिकेश-देहरादून की ओर जाने वाले और श्रीनगर से चमोली-रुद्रप्रयाग की ओर जाने वाले यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ा।
गौरतलब है कि बीते वर्ष से ही फरासू क्षेत्र में हाईवे का 100 मीटर से अधिक हिस्सा अलकनंदा नदी में समा चुका था। चारधाम यात्रा से पूर्व एनएच लोनिवि द्वारा पहाड़ी काटकर मार्ग चौड़ा किया गया, लेकिन बारिश और नदी के बढ़ते जलस्तर से **भू कटाव और भूस्खलन की घटनाएं तेज होती गईं।
गुरुवार को एनएच लोनिवि ने जेसीबी और पोकलैंड मशीन की मदद से पहाड़ी का कटान कर मार्ग को खोल दिया। हालांकि अलकनंदा नदी की ओर से भू कटाव का खतरा अभी भी बरकरार है। मार्ग बाधित होने पर जिलाधिकारी पौड़ी ने उपजिलाधिकारी को विधिक कार्यवाही के निर्देश दिए। इसके बाद पटवारी की तहरीर पर कोतवाली श्रीनगर में मुकदमा पंजीकृत किया गया। सीओ श्रीनगर अनुज कुमार ने इसकी पुष्टि की है।
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