कहीं कटी ओएफसी, कहीं टावर खराब
जागरण संवाददाता कोटद्वार देश में संचार क्रांति का युग चल रहा है। मोबाइल में फोर-जी के

जागरण संवाददाता, कोटद्वार : देश में संचार क्रांति का युग चल रहा है। मोबाइल में फोर-जी के बाद फाइव-जी सेवाएं शुरू करने की तैयारियां चल रही हैं। वहीं, पौड़ी जिले के रिखणीखाल ब्लाक की बीस से अधिक ग्राम सभाओं के लिए डिजिटल इंडिया केवल सपना बनकर रह गया है। हालत यह हैं कि क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर लगे मोबाइल टावर भी केवल शोपीस बनकर रह गए हैं।
रिखणीखाल प्रखंड में ग्वीराली (तोल्यूं), चपड़ेत, कर्तिया, हल्दूखाल व रिखणीखाल में भारत संचार निगम लिमिटेड के मोबाइल टावर हैं। हैरानी की बात यह है कि चपड़ेत का टावर जहां पिछले दो महीनों से बंद पड़ा है, वहीं अन्य टाबर भी पिछले एक सप्ताह से कार्य नहीं कर रहे हैं। नतीजा, चपड़ेत, कर्तिया, बसड़ा, बडोदा, धूरा, डोबरियाल, तिमलसैण, बुराई, कुमाल्डी, झर्त, रथुवाढाब, जुई, पापड़ी, बंजादेवी, नौदानू, कांडानाला, दियोड़, तैडिया, ताल-चिलाऊं, खदरासी, ल्यूंठिया, बवाड़ी गांवों की करीब आठ हजार से अधिक ग्रामीण मोबाइल नेटवर्क से दूर हैं। आज भी ग्रामीणों को रिश्तेदार व स्वजनों से बात करने के लिए कई किलोमीटर की दूरी तय कर मोबाइल नेटवर्क तलाशने पड़ रहे हैं। ऐसी स्थिति में ग्रामीण स्वयं को आधुनिक दुनिया से कटा हुआ महसूस कर रहे हैं। क्षेत्र पंचायत सदस्य विनीता ध्यानी का कहना है कि डिजिटल के इस युग में ग्रामीणों का नेटवर्क से दूर रहना विभाग की लापरवाही को दर्शाता है। संचार सेवाओं को दुरुस्त करने के लिए ग्रामीण कई बार शासन-प्रशासन को पत्र भेज चुके हैं, लेकिन अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। धराशायी ब्राडबैंड सेवा, ग्रामीण परेशान
मोबाइल टावरों के खराब होने व क्षेत्र में ओएफसी कटे होने के कारण ब्राडबैंड सेवा ठप पड़ी हुई है। नतीजा, रिखणीखाल उप तहसील से ग्रामीणों को मूल निवास प्रमाण पत्र, परिवार रजिस्टर की नकल सहित कई अन्य प्रमाण पत्र नहीं मिल पा रहे हैं। इतना ही नहीं, कोविड वैक्सीनेशन का कार्य प्रभावित हो रहा है। स्वास्थ्य कर्मी आफ लाइन टीकाकरण के बाद डाटा को आनलाइन करने के लिए मोबाइल नेटवर्क की तलाश करते नजर आते हैं।
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क्षेत्र में जगह-जगह ओएफसी कट जाने के कारण नेटवर्क में समस्या पैदा हो रही है। कर्मचारी लाइन की मरम्मत में जुटे हुए हैं। जल्द ही स्थितियां सामान्य हो जाएंगी। ..जेएस रावत, एजीएम, बीएसएनएल
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