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कुछ इस तरह आंखों की सेहत बिगाड़ रहा स्मार्टफोन, जानिए

स्मार्ट फोन का ज्यादा प्रयोग करने से आंखों में ब्लाइंडनेस के लक्षण देखने को मिल रहे हैं। इसके साथ ही कर्इ तरह की दिक्कतेंं भी सामने आ रही हैं।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Sat, 24 Feb 2018 06:00 PM (IST)Updated: Sat, 24 Feb 2018 06:00 PM (IST)
कुछ इस तरह आंखों की सेहत बिगाड़ रहा स्मार्टफोन, जानिए

कोटद्वार, [जेएनएन]: वर्तमान युग में स्टेटस सिंबल बन चुका स्मार्टफोन लोगों की सेहत बिगाड़ रहा है। स्मार्टफोन के अधिक प्रयोग के कारण लोगों की आंखों की स्मार्टनेस धीरे-धीरे खत्म होती जा रही है। कोटद्वार के राजकीय संयुक्त चिकित्सालय में रोजाना 100 में से 20 से 25 ऐसे आंखों के मरीज आ रहे हैं, जो स्मार्टफोन या कंप्यूटर के ज्यादा प्रयोग से परेशान हैं और अब उन्हें इसकी तकलीफ महसूस होने लगी है। इन मरीजों में युवाओं की अधिक संख्या हैं, जिनमें स्मार्टफोन ब्लाइंडनेस के लक्षण देखे जा रहे हैं। 

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कॉलेज के नोट्स हों या कॉलेज की अन्य जानकारी, ऑनलाइन शॉपिंग हो या ऑनलाइन खाने का ऑर्डर, वीडियो कॉलिंग से लेकर गेम्स, इन सभी को स्मार्टफोन ने आसान बना दिया है। जिंदगी की भागदौड़ में लोग इतने व्यस्त हो चुके हैं कि वह स्मार्टफोन के आदी बन चुके हैं। लेकिन यह स्मार्टफोन लोगों की आंखों की सेहत पर बुरा असर डाल रहा है। कोटद्वार के राजकीय संयुक्त चिकित्सालय में आने वाले आंखों से पीड़ित मरीजों में स्मार्टफोन ब्लाइंडेनस के लक्षण सामने आ रहे हैं। 

नेत्र सर्जन डॉ.दिनेश कुमार बताते हैं कि अस्पताल में आंखों की बीमारी से पीड़ित ऐसे लोगों की संख्या अधिक बढ़ी है, जो स्मार्टफोन व कंप्यूटर का अधिक प्रयोग करते हैं। उनका कहना है कि इसके पीछे मुख्य वजह है कि स्मार्टफोन या किसी अन्य डिजिटल गैजेट का जरूरत से ज्यादा प्रयोग करने पर उससे निकलने वाली ब्लू लाइट आंखों में ड्राइनेस पैदा कर देती है। या फिर यह आंखों की रेटिना को सीधे नुकसान पहुंचाती है। 

इधर, देवभूमि नेत्र चिकित्सालय के वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ.अरुण नेगी भी स्मार्ट फोन के अधिक प्रयोग को आंखों के लिए बड़ा खतरा बताते हैं। उनका कहना है कि स्मार्ट फोन का अधिक इस्तेमाल आंखों की रोशनी तेजी से कम करता है। बताते हैं कि कम उम्र में आंखों में चश्मा लगने की एक वजह स्मार्ट फोन भी है। 

नेत्र चिकित्सकों की सलाह 

- जरूरत से ज्यादा स्मार्टफोन या डिजिटल गैजट का प्रयोग नुकसानदेह है 

- स्मार्टफोन जैसे डिजिटल गैजेट का प्रयोग कम करके बड़े स्क्रीन का प्रयोग करें 

- रात को अंधेरे में स्मार्टफोन या टैब का प्रयोग न के बराबर करें 

- बिस्तर पर लेटकर स्मार्टफोन या डिजिटल गैजट का प्रयोग न करें 

- बिस्तर पर स्मार्टफोन का कंट्रास्ट बढ़ाकर और ब्राइटनेस कम कर प्रयोग करें 

आंखों को स्वस्थ रखने के लिए ये करें 

- रोजाना आंखों में लुब्रिकेटिंग आई ड्राप डालें 

- स्मार्टफोन का उपयोग करते समय आंखों को लगातार ब्लिंक करते रहें 

- आंखों पर हल्के गर्म पानी की सेक करें 

- खाने में सेब, कीवी, अखरोट और हरी सब्जी का सेवन करें 

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