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    Sidhbali Mandir : जलते अंगारों पर नाचे सिद्धबाबा, रोट का लगा भोग, तस्‍वीरों में आस्‍था के हैरतअंगेज दृश्‍य

    By Jagran NewsEdited By: Nirmala Bohra
    Updated: Mon, 12 Dec 2022 01:23 PM (IST)

    Sidhbali Mandir उत्‍तराखंड के पौड़ी जिले के कोटद्वार में स्थित श्री सिद्धबली मंदिर परिसर में श्री सिद्धबली बाबा वार्षिक अनुष्ठान का समापन हो गया। जागरों के दौरान कई पुरुष व महिलाएं देवता के प्रभाव में आकर दहकते अंगारों पर नाचते दिखे।

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    Sidhbali Mandir : श्री सिद्धबली बाबा वार्षिक अनुष्ठान का समापन।

    जागरण संवाददाता, कोटद्वार: Sidhbali Mandir Kotdwar : उत्‍तराखंड के पौड़ी जिले के कोटद्वार में स्थित श्री सिद्धबली मंदिर परिसर में श्री सिद्धबली बाबा वार्षिक अनुष्ठान का समापन हो गया। यह अनुष्‍ठान तीन दिवसीय रहा। इस दौरान आस्‍था के हैरतअंगेज दृश्‍य देखने को मिले।

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    देवताओं का आह्वान करते हुए जागर लगाए गए। जागरों के दौरान कई पुरुष व महिलाएं देवता के प्रभाव में आकर दहकते अंगारों पर नाचते दिखे। जागर संपन्न होने के बाद सवा मन रोट का भोग लगाया गया व बाद में इस रोट को प्रसाद के रूप में वितरित किया गया।

    एकादश कुंडीय यज्ञ का पूर्णाहुति के साथ समापन

    तीन-दिवसीय मेले के अंतिम दिन आज ब्रह्ममुहूर्त में श्री सिद्धबाबा के महाभिषेक के उपरांत आचार्य पं. देवी प्रसाद भट्ट के सानिध्य में रुद्र पाठ हुआ।

    तत्पश्चात उन्हीं के संयोजकत्व में पिछले तीन दिन से चल रहे एकादश कुंडीय यज्ञ का भी पूर्णाहुति के साथ समापन किया गया। यज्ञ समापन के उपरांत श्री सिद्धबाबा के जागर शुरू हुए।

    कई महिलाएं व पुरुष ‘देवी-देवताओं' के प्रभाव में आकर नाचने लगे

    ‘अलेठी-पलेठी धौला उड्यारी जाग, मोड़ाखाल जाग, मलोठी भाबर मा जाग, सिद्धबली मंदिर मा सिद्धबाबा जाग, माता विमला मोहरी को जाग, राजा कुंवरपाल को जाग..' जैसे जागरों की धुन के बीच कई महिलाएं व पुरुष ‘देवी-देवताओं' के प्रभाव में आकर नाचने लगे।

    जागर मुख्य जागरी सर्वेंद्र कुकरेती व उनके साथी हरीश चंद्र भारद्वाज, मांगे लाल, गीता कुमार व धनवीर भारती ने लगाए, जिन्हें सुनने को श्रद्धालु सिद्धबली मंदिर में पहुंचे थे।

    पीठ पर लोहे के सांकल से प्रहार किया, दहकते हुए अंगारों पर नाचे

    जागर के दौरान ‘सिद्धबाबा' के प्रभाव में आए शीशपाल सिंह नेगी ने अपनी पीठ पर लोहे के सांकल से प्रहार शुरू कर दिया व दहकते हुए अंगारों पर नृत्य करने लगा।

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    धूप दिखा उन्हें शांत कर मौजूद भक्तों ने सिद्धबाबा का आशीर्वाद लिया, जिसके बाद सवा मन आटे के रोट का भोग लगाया गया। इस मौके पर विधायक दिलीप रावत, उद्योगपति अनिल कंसल, डा.जेपी ध्यानी, विवेक अग्रवाल, सुनील बुड़ाकोटी, शैलेश जोशी सहित कई अन्य मौजूद रहे।