Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सहयोग की अनुपम मिसाल बनी पौड़ी की कोठार ग्राम पंचायत, वर्ष 2019 से 2024 तक प्रधान रहे नीरज पयाल के प्रयासों से बदली तस्‍वीर

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 06:36 PM (IST)

    सात-आठ साल पहले पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक की कोठार ग्राम पंचायत में लोगों को पीने का पानी तक नसीब नहीं होता था। लेकिन वर्ष 2019 में नीरज पयाल के प्रधान निर्वाचित के बाद ग्राम पंचायत की तस्वीर बदलती चली गई। आज न केवल पंचायत के हर घर को स्वच्छ पेयजल मिल रहा है बल्कि वर्षों से चला आ रहा सिंचाई पानी का संकट भी दूर हो गया है।

    Hero Image
    यमकेश्वर ब्लॉक की ग्राम पंचायत कोठार में प्लास्टिक कूड़ादान के साथ ग्रामीण।

    मनोहर बिष्ट, पौड़ी। सात-आठ साल पहले पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक की कोठार ग्राम पंचायत में लोगों को पीने का पानी तक नसीब नहीं होता था। लेकिन, वर्ष 2019 में नीरज पयाल के प्रधान निर्वाचित के बाद ग्राम पंचायत की तस्वीर बदलती चली गई। आज न केवल पंचायत के हर घर को स्वच्छ पेयजल मिल रहा है, बल्कि वर्षों से चला आ रहा सिंचाई पानी का संकट भी दूर हो गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह नीरज की सकारात्मक सोच का ही नतीजा है कि उन्होंने पंचायत में पेयजल आपूर्ति व सिंचाई के लिए बेहतर जल संयोजन की योजना बनाई तो उसे धरातल पर उतारने में ग्रामीणों ने भी भरपूर सहयोग किया। नीरज ने पंचायत भवन को सुविधा संपन्न बनाने के साथ ही वहां अतिथि गृह का निर्माण भी कराया है।

    पांच गांवों कोठार, खरगोशा, भौन, इड़िया व कुनाव के 214 परिवारों की 920 आबादी वाली यह ऐसी ग्राम पंचायत है, जहां जनसहयोग से ‘हर घर में नल, हर नल में जल’ पहुंच चुका है। इसके लिए नीरज ने हर परिवार से पांच-पांच हजार रुपये की सहयोग राशि ली और जलस्रोत के संरक्षण-संवर्धन के साथ टैंक का निर्माण भी किया गया। गांव के नीचे स्थित जलस्रोत से पानी अपलिफ्ट करने के लिए पंचायत निधि से पंपिंग मोटर खरीदी गई, जो पूरी तरह स्वचालित है। इसमें चिप लगाई गई है, जो प्रत्येक परिवार के मोबाइल फोन से जुड़ी है। मोबाइल में दी गई कमांड से ही मोटर को चालू और बंद किया जाता है। प्रत्येक परिवार से योजना के रखरखाव के लिए 200 रुपये प्रतिमाह शुल्क लिया जाता है।

    पंडित दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार

    ग्राम पंचायत कोठार को सशक्त बनाने लिए वर्ष 2022 में पूर्व प्रधान नीरज पयाल को पंडित दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार मिल चुका है। इस बार प्रधान का पद महिला आरक्षित होने के कारण विनीता देवी यह जिम्मेदारी संभाल रही हैं। वह भी ग्राम पंचायत को सुविधा-संपन्न बनाने के लिए संकल्पबद्ध हैं।

    पानी की उपलब्धता खेती के लिए वरदान

    कोठार में पानी की कमी से किसान परेशान थे, लेकिन मोटर लगने के बाद सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिलने लगा है। इससे खेती को नया जीवन मिला है। अब गांव में प्याज, लहसुन, अदरक और हल्दी की भरपूर पैदावार हो रही है। हर परिवार खेती से जुड़ चुका है, जिससे ग्रामीणों की आर्थिकी में भी सुधार हुआ है और धीरे-धीरे ग्राम पंचायत आत्मनिर्भर बनती जा रही है।

    स्वच्छता की नई तस्वीर

    ग्राम पंचायत में 14वें वित्त आयोग के बजट से सुंदर टाइल्स मार्ग और अंडरग्राउंड नालियां बनाई गई हैं। घरों से निकलने वाला निष्प्रयोज्य पानी नालियों के जरिये सोख्ता पिट में एकत्र होता है। इससे न केवल गंदगी से निजात मिली है, बल्कि भूजल स्तर में भी सुधार हुआ है। इसके अलावा वर्षाजल को भी भूमिगत किया जाता है, जिसका असर आसपास के प्राकृतिक जलस्रोतों पर साफ दिख रहा है।

    सुविधा संपन्न पंचायत भवन और कामन सर्विस सेंटर

    कोठार का पंचायत भवन पूरी तरह कंप्यूटराइज्ड है। हाल में 60 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। पंचायत भवन में कामन सर्विस सेंटर भी बनाया गया है, जो ग्रामीणों को आनलाइन आवेदन, बिल भुगतान, बैंकिंग आदि सेवाएं प्रदान करने के साथ डिजिटल समावेशन को बढ़ावा देने में मदद करता है। यहां ग्रामीणों को फोटो स्टेट जैसी सेवा निश्शुल्क प्रदान की जाती है। पंचायत भवन परिसर में ही अतिथियों के ठहरने के लिए दो कमरों वाले गेस्ट हाउस का निर्माण भी किया गया है।

    ग्राम पंचायत कोठार में तत्कालीन प्रधान नीरज पयाल के नेतृत्व में अनेक विकास कार्यों को मूर्त रूप दिया गया। पारदर्शिता से हुए कार्यों ने अन्य ग्राम पंचायतों के सामने मिसाल खड़ी की है। कोठार की यह खुशहाल तस्वीर ग्रामीणों के सामूहिक प्रयास, सहयोग और जागरूकता से साकार हो पाई है।- जितेन्द्र कुमार, जिला पंचायती राज अधिकारी, पौड़ी