Updated: Fri, 03 Oct 2025 05:37 PM (IST)
लैंसडौन वन प्रभाग से सटे इलाकों में गुलदार का आतंक छाया हुआ है जिससे लोगों की रातें डर में कट रही हैं। गुलदार पालतू कुत्तों को शिकार बना रहा है जिससे निवासियों में दहशत है। मानपुर और नंदपुर जैसे क्षेत्रों में गुलदार की गतिविधियाँ अधिक हैं जिससे लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। विशेषकर बच्चे और बुजुर्ग खतरे में हैं।
संवाद सहयोगी, जागरण कोटद्वार। लैंसडौन वन प्रभाग के जंगल से सटे आबादी क्षेत्र के लोगों की रात खौफ में कट रही है। रात के समय गुलदार लोगों के घरों के आंगन में घूमता हुआ दिखाई दे रहा है। वार्डवासियों के पालतू कुत्तों को गुलदार अब तक अपना निवाला बना चुका है। ऐसे में सबसे अधिक खतरा शादी समारोह व अन्य स्थानों से रात के समय लौटने वाले लोगों को बना हुआ है।
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गुलदार कब किस पर हमला कर दें कुछ कहा नहीं जा सकता। मानपुर, शिवपुर, नंदपुर, मवाकोट, निंबूचौड़ का अधिकांश भाग लैंसडौन वन प्रभाग क्षेत्र से सटा हुआ है। वर्तमान में वर्षा के बाद क्षेत्र में बड़ी-बड़ी झाड़ियां उग चुकी हैं। इसके कारण गुलदार जंगल से निकलकर आबादी तक पहुंच रहा है। गुलदार की सबसे अधिक धमक मानपुर क्षेत्र में बनी हुई है।
आए दिन गुलदार के आबादी क्षेत्र में घूमते हुए सीसीटीवी फुटेज इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहे हैं। यही नहीं कुछ दिन पूर्व गुलदार रात के समय मानपुर-सिताबपुर तिराहे तक पहुंच गया था। एक दिन पूर्व शाम करीब छह बजे गुलदार मानपुर गांधी मार्ग पर घूमता हुआ दिखाई दिया। इसी के कुछ घंटे बाद एक घर की दीवार के ऊपर से गुजरता हुआ देखा गया।
क्षेत्रवासी सोबी रावत, अनमोल भट्ट ने बताया कि रात करीब नौ बजे गुलदार गोली बिष्ट की गोशाला के समीप बैठा हुआ था। बताया कि गुलदार की धमक के कारण आमजन का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। कुछ दिन पूर्व नंदपुर में गणेश स्थल के समीप बैठे एक गुलदार का वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर खूब प्रसारित हुआ। गुलदार की धमक से सबसे अधिक खतरा छोटे बच्चों व बुजुर्गों को बना हुआ है।
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