Uttrakhand: सतपुली में श्रमिकों पर हमला करने वाला गुलदार पिंजरे में कैद, तीन साल के बच्चे को बनाया था शिकार
सतपुली में नजीबाबाद बुवाखाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क चौड़ीकरण कार्य में लगे नेपाली श्रमिकों के डेरे पर हमला करने वाला गुलदार पकड़ा गया है। वन विभाग ने गुलदार को ट्रेंकुलाइज करके पिंजरे में कैद किया। पूर्व में गुलदार ने एक तीन साल के बच्चे को मार डाला था और एक अन्य श्रमिक पर हमला किया था। लगातार हमलों से लोगों में आक्रोश था।
संवाद सूत्र, जागरण सतपुली। नजीबाबाद बुवाखाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर सतपुली गुमखाल के मध्य सड़क चौड़ीकरण कार्य में जुटे नेपाली श्रमिकों के डेरे पर हमला करने वाला गुलदार पिंजरे में कैद हो गया है। गुलदार को ट्रेंकुलाइज कर पिंजरे में कैद किया गया।
बताते चलें कि रविवार को सतपुली मल्ली के समीप वन विभाग के विश्राम गृह से करीब आधा किलोमीटर पहले गुलदार नेपाली श्रमिकों के डेरे से तीन साल के विवेक ठाकुर पुत्र रमेश को उठा ले गया था। अगले दिन विवेक का अधखाया शव डेरे से करीब दो सौ मीटर दूर बरामद हुआ।
इस घटना के बाद नेपाली श्रमिकों के डेरे को अन्यत्र शिफ्ट कर दिया गया। डेरा पूर्व के स्थान से करीब दो किलोमीटर आगे गुमखाल की तरफ शिफ्ट किया गया। साथ ही घटना स्थल पर पिंजरा भी लगा दिया गया था।
इस बीच 25 सितंबर की मध्य रात्रि गुलदार ने तिलक का टेंट फाड़ दिया व टेंट के भीतर सो रहे सूरज का हाथ मुंह में दबोच उसे बाहर खींचने का प्रयास किया। तिलक की बहादुरी से गुलदार सूरज को नहीं ले जा पाया।
इधर, गुलदार के लगातार बढ़ रहे हमलों को देखते हुए जहां आम जन में आक्रोश बढ़ रहा था, वहीं विभाग की चिंता भी बढ़ गई थी। बुधवार को विभाग ने देहरादून और रुड़की से दो सदस्यीय दल मौके पर तैनात किया। दल ने रात्रि करीब एक बजे गुलदार को उस वक्त ट्रेंकुलाइज कर दिया, जब गुलदार नेपाली श्रमिकों के डेरे के तरफ आ रहा था।
प्रभागीय वनाधिकारी आकाश गंगवार ने बताया कि गुलदार को ट्रेंकुलाइज करने के बाद उसे पिंजरे में कैद कर लिया गया है। बताया कि गुलदार को रेस्क्यू सेंटर भेजा जा रहा है।
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