Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दूषित पानी से बढ़ा बीमारियों का खतरा

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 04 Jul 2022 10:20 PM (IST)

    पर्यटन नगरी में दूषित पेयजल आपूर्ति संक्रामक रोगों को न्योता दे रही है। दूषित पेयजल आपूर्ति के कारण जहां लोगों की पेयजल को लेकर परेशानियां बढ़ गई है वहीं आमजन बरसात के मौसम में भी शुद्ध पानी के लिए यहां-वहां भटकने को विवश है। नगर की पेयजल आपूर्ति का जिम्मा छावनी परिषद का है। इन दिनों कैंट की ओर से वितरित किया जा रहा पानी दूषित है जिस कारण कैंटवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कैंट की ओर से जो पेयजल आपूर्ति की जा रही है पानी से कपड़े धोने के काम भी नहीं आ रहा। कैंट की ओर से दूषित पेयजल आपूर्ति को लेकर लगाए गए लाखों रुपये के फिल्टर प्लांट भी इस स्थिति से निपटने में कारगर साबित नहीं हो रहे।

    Hero Image
    दूषित पानी से बढ़ा बीमारियों का खतरा

    संवाद सहयोगी, लैंसडौन: पर्यटन नगरी में दूषित पेयजल आपूर्ति संक्रामक रोगों को न्योता दे रही है। दूषित पेयजल आपूर्ति के कारण जहां लोगों की पेयजल को लेकर परेशानियां बढ़ गई है, वहीं आमजन बरसात के मौसम में भी शुद्ध पानी के लिए यहां-वहां भटकने को विवश है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नगर की पेयजल आपूर्ति का जिम्मा छावनी परिषद का है। इन दिनों कैंट की ओर से वितरित किया जा रहा पानी दूषित है, जिस कारण कैंटवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कैंट की ओर से जो पेयजल आपूर्ति की जा रही है, पानी से कपड़े धोने के काम भी नहीं आ रहा। कैंट की ओर से दूषित पेयजल आपूर्ति को लेकर लगाए गए लाखों रुपये के फिल्टर प्लांट भी इस स्थिति से निपटने में कारगर साबित नहीं हो रहे। ऐसे में आमजन को पानी के लिए झारा पानी समेत अन्य प्राकृतिक स्त्रोतों की दौड़ लगानी पड़ रही है।

    पर्याप्त पेयजल आपूर्ति नहीं

    छावनी परिषद की ओर से बरसात के मौसम में भी लोगों को पर्याप्त पेयजल आपूर्ति नही की जा रही है। नगर में कैंटवासियों को प्रतिदिन हो रही वर्षा के बावजूद एक दिन छोड़ पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। नगर के होटल व्यवसायी पेयजल को लेकर टैंकरों पर आश्रित है।

    बाजार में बढ़ी मिनरल वाटर की मांग

    छावनी परिषद की ओर से जो पेयजल आपूर्ति की जा रही है, वह उबालने के बाद भी पीने लायक नहीं है। ऐसे में लोग अपनी पेयजल की जरूरतों को पूरा करने के लिए बाजार में बिक रहे पैक्ड पानी पर निर्भर हैं। नगर में दूषित पेयजल आपूर्ति के कारण बाजार में मिनरल वाटर की मांग बढ़ी है।

    ......................

    भैरवगढ़ी पंपिग योजना से दूषित पानी मिलने से समस्या बनी हुई है। छावनी परिषद के टैंकों में जो दूषित पानी था, वह सोमवार को खत्म हो जाएगा। उम्मीद है कि मंगलवार से क्षेत्र में शुद्ध पानी की आपूर्ति होगी। विनिता जखमोला, कार्यालय अधीक्षक, छावनी परिषद लैंसडौन

    संदेश : 4 कोटपी 2

    लैंसडौन में छावनी परिषद की ओर से वितरित किया जा रहा पानी, जो पीने योग्य नहीं है।