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    देहरादून गढ़वाल का हिस्सा है, इसीलिए आयुक्त दून बैठते हैं

    By JagranEdited By:
    Updated: Sat, 06 Mar 2021 10:29 PM (IST)

    पौड़ी गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने गढ़वाल आयुक्त के देहरादून बैठने पर अजीबोगरीब जवाब दिया है। उनका कहना है कि देहरादून गढ़वाल का हिस्सा है इसीलिए गढ़वाल आयुक्त देहरादून में बैठते हैं। कहा कि उत्तर प्रदेश के समय से यह परंपरा चली आ रही है।

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    देहरादून गढ़वाल का हिस्सा है, इसीलिए आयुक्त दून बैठते हैं

    संवाद सहयोगी, पौड़ी: गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने गढ़वाल आयुक्त के देहरादून बैठने पर अजीबोगरीब जवाब दिया है। उनका कहना है कि देहरादून गढ़वाल का हिस्सा है, इसीलिए गढ़वाल आयुक्त देहरादून में बैठते हैं। कहा कि उत्तर प्रदेश के समय से यह परंपरा चली आ रही है।

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    शनिवार को जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक में शिरकत करने पहुंचे गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत से पत्रकारों ने गैरसैंण को मंडल बनाए जाने और मंडलायुक्त के गैरसैंण में बैठने से संबंधित सवाल पूछा था। सांसद ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा गैरसैंण की उपेक्षा की है। कांग्रेस के सत्ता में होने के दौरान उन्होंने विधानसभा में गैरसैंण को स्थाई या ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाए जाने का मुद्दा उठाया था, लेकिन कांग्रेस ने इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की। सांसद रावत ने कहा कि भाजपा के एजेंडे में गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाना था, जिसे भाजपा ने कर दिखाया। छोटी इकाई बनने से विकास कार्यो को तेजी मिलेगी।

    सांसद का बयान दुर्भाग्यपूर्ण

    पौड़ी: पौड़ी बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक नमन चंदोला ने सांसद तीरथ सिंह रावत के गढ़वाल आयुक्त के देहरादून बैठने के दिए बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। कहा कि सरकार अधिकारियों पर नियंत्रण करने में असफल है। सभी अधिकारी देहरादून में जमे हुए हैं, लेकिन सरकार उन्हें देहरादून से हिलाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है। सरकार पर अफसरशाही हावी है, जिसका खामियाजा प्रदेश की जनता भुगत रही है। एक जिम्मेदार प्रतिनिधि का ऐसा बेतुका बयान राज्य व केंद्र सरकार की मानसिकता को दर्शाती है।

    उधर, कांग्रेस के प्रदेश सचिव सरिता नेगी ने कहा कि गढ़वाल मंडल मुख्यालय में आयुक्त व डीआईजी का न बैठना दुर्भाग्यपूर्ण है। दोनों अधिकारी सरकार की शह पर देहरादून में जमे हुए हैं। सरकार पहाड़ों को लेकर कितनी गंभीर है। इसका पता इस बात से चलता है कि गढ़वाल मंडल में संचालित हो रहा पलायन आयोग का कैंप कार्यालय भी देहरादून में है। अब सांसद का यह बयान समझ से परे है।

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