ऊर्जा का अपव्यय रोकने की जरूरत पर दिया जोर
जागरण प्रतिनिधि, कोटद्वार: 20-वीं बाल विज्ञान कांग्रेस के तत्वावधान में आयोजित शिक्षकों के अभिमुखीकरण कार्यक्रम में ऊर्जा के अपव्यय को रोकने के साथ ही इस दिशा में ठोस कार्ययोजना तैयार करने की जरूरत पर जोर दिया गया।
राजकीय कन्या इंटर कालेज में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ कैलीफोर्निया विश्वविद्यालय इंस्टीट्यूट ऑफ प्लाज्मा फिजिक्स पराग यूरोप के वैज्ञानिक डॉ.विनीत ध्यानी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने ऊर्जा के क्षेत्र में पश्चिमी देशों में किए जा रहे प्रयोगों पर प्रकाश डाला। साथ ही भारत में ऊर्जा अपव्यय रोकने के लिए इस दिशा में योजना तैयार करने की जरूरत है। पर्यावरणविद् डॉ.अख्तर अली ने बाल वैज्ञानिकों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने एवं परंपरागत संसाधनों में ऊर्जा के नए विकल्प खोजे जाने की जरूरत बताई। खंड शिक्षा अधिकारी सुषमा दास ने मार्गदर्शक शिक्षकों को राज्य की विषम परिस्थतियों के ऊर्जा के नए विकल्पों के संबंध में अनुभव पत्र तैयार कर समाज को नई दिशा देने के लिए प्रेरित किया। संदर्भदाता सुलोचना गौड़ ने ऊर्जा के विभिन्न पहलुओं के विषय में बाल वैज्ञानिकों में जागरूकता पैदा करने की बात कही, जबकि राजेंद्र सुंद्रियाल ने परंपरागत संसाधनों को विश्वसनीय बनाने की जरूरत पर जोर दिया।
राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के जिला समन्वयक केके जोशी ने विज्ञान के अनुभव पत्र की जानकारी दी, जबकि अकादमी समन्वयक विजय लक्ष्मी सेमल्टी ने उपविषयों के अनुभव पत्रों व मूल्यांकन से सभी को अवगत कराया। कार्यक्रम में प्रधानाचार्या बृजेश रानी, ब्लाक समन्वयक गजेंद्र नेगी, डॉ.विजयपाल सिंह रावत, नीलम रावत, ज्योति ध्यानी, शंभूप्रसाद जोशी, रेवत सिंह तड़ियाल सहित जनपद के 15 प्रखंडों को 75 शिक्षक मौजूद रहे। संचालन रेनु गौड़ ने किया।
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