Updated: Sun, 17 Aug 2025 08:23 PM (IST)
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में हुई अराजकता पर फेसबुक पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि सदस्यों का अपहरण पहाड़ की संस्कृति पर हमला है और उन्हें गोल्ज्यू देवता पर न्याय का भरोसा है। मामला हाई कोर्ट में है जहां सोमवार को सुनवाई होगी। आर्य को न्याय मिलने की उम्मीद है। कहा नैनीताल हाई कोर्ट पर उन्हें विश्वास है कि इस प्रकरण की अनदेखी नहीं होगी।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के दौरान हुए बवाल को लेकर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने अब फेसबुक पर अपनी पीड़ा जाहिर की है। यशपाल के अनुसार उत्तराखंड की राजनीति में इससे पहले कभी ऐसी अराजकता नहीं देखी।
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दिनदहाड़े जिपं सदस्यों का अपहरण होना पहाड़ की संस्कृति और संस्कारों पर किसी बड़े हमले से कम नहीं। लेकिन उन्हें पूरा विश्वास है कि इंसाफ के देवता गोल्ज्यू जरूर न्याय करेंगे। देवताओं से जुड़ी इस पुण्यभूमि पर अन्याय ज्यादा देर तक टिक नहीं सकता।
14 अगस्त को नैनीताल में जिला पंचायत अध्यक्ष को लेकर चुनाव को लेकर मतदान प्रक्रिया खत्म होने से पहले ही जमकर बवाल हुआ है। मतदान करने जा रहे पांच जिला पंचायत सदस्य गायब हो गए। जबकि कांग्रेस का कहना था कि पुलिस के सामने इन सदस्यों का अपहरण किया गया। उसके बावजूद खाकी मूकदर्शक बनी रही। इसके बाद मामला हाई कोर्ट पहुंच गया था।
सोमवार को दोबारा सुनवाई होगी। दूसरी तरफ नैनीताल से लेकर हल्द्वानी तक प्रदर्शनों का दौर देखने को मिला। वहीं, पूरे घटनाक्रम से आहत नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से गंभीर टिप्पणी की है। आर्य ने कहा कि न्याय के देवता गोल्ज्यू हर आंसू और याचना की सुनवाई करने के साथ पीड़ित के जख्मों पर मरहम भी लगाते हैं।
नैनीताल हाई कोर्ट के न्यायाधीश पर उन्हें पूरा विश्वास है कि इस प्रकरण की अनदेखी नहीं होगी। क्योंकि, वह भी गोल्ज्यू के प्रतिनिधि हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं चंपावत से हैं। जो गोल्ज्यू की जन्म और कर्मभूमि रही है। इसलिए अन्याय यहां कभी फल-फूल नहीं सकता।
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