उत्तराखंड में ढाई लाख रुपये में 'बिका' गजक का डिब्बा, लेकिन फिर लेनी पड़ी पुलिस की मदद
हल्द्वानी में एक गजक भंडार के कर्मचारी ने गलती से एक महिला को ढाई लाख रुपये से भरा गजक का डिब्बा बेच दिया। दुकान मालिक की शिकायत पर पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से महिला को ढूंढा और डिब्बा बरामद किया। दीपावली से पहले पुलिस ने मिष्ठान स्वामी को उनकी रकम वापस दिलवाकर राहत पहुंचाई। पुलिस टीम को धन्यवाद दिया गया।

पुलिस ने तीसरी आंख से गजक का डिब्बा खरीदकर ले गई महिला को ढूंढा. Concept Photo
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। नवाबी रोड के जगदंबा नगर स्थित गजक भंडार के स्वामी ने एक डिब्बे में ढाई लाख रुपये संभालकर रखे हुए थे। लेकिन धोखे से स्वामी के नहीं होने पर कर्मी ने एक महिला को गजक का डिब्बा पैक कर बेच दिया। मामला पुलिस तक पहुंचा तो कंट्रोल रूम से सीसीटीवी की मदद से पुलिस ने महिला की तलाश की। साथ ही ढाई लाख रुपये से भरा गजक का डिब्बा मिष्ठान विक्रेता को वापस किए।
पुलिस के अनुसार गजक दुकान स्वामी खीम चंद्र जोशी ने कहा कि वह दोपहर के समय भोजन के लिए अपने घर चले गए। इसी दौरान एक महिला गजक का आर्डर देने के लिए दुकान पर आई, जिस पर दुकान में आर्डर लेने वाले कर्मचारी ने गलती से गजक के आर्डर में ही रुपये से भरे हुए डब्बे को भी महिला को दे दिया। जब दुकान के मालिक घर से वापस दुकान लौटे तो उन्होंने पाया कि रुपये से भरा वह डब्बा गायब है, जिस पर उन्होंने आसपास की दुकान में लगे सीसीटीवी में महिला की गाड़ी के बारे में जानकारी ली और पुलिस कंट्रोल रूम में पहुंचे।
पुलिस कंट्रोल रूम की सीसीटीवी टीम ने संबंधित गाड़ी की खोजबीन शुरू कर दी। काफी प्रयासों के बाद पुलिस ने आर्डर लेने वाली कुसुमखेड़ा निवासी महिला से संपर्क स्थापित कर रुपयों से भरा डिब्बा बरामद कर लिया। एसपी सिटी प्रकाश चंद्र ने बरामद किए डिब्बे को उनके सुपुर्द किया। रुपये वापस पाकर मिष्ठान भंडार के स्वामी ने पुलिस टीम का धन्यवाद किया। टीम में सीसीटीवी कंट्रोल रूम प्रभारी जितेंद्र, आराधना, निहाल उपाध्याय, राजेंद्र बिष्ट शामिल रहे।
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