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    कल रात देखने को मिलेगी उल्काओं की आतिशबाजी, चरम पर रहेगी रोमांचक खगोलीय घटना

    शुक्रवार की रात आसमान में उल्काओं की बरसात होगी। प्रति घंटे 150 उल्काओं को गिरते हुए देखा जा सकेगा। यह खगोलीय घटना क्षुद्रग्रह 3200-फेथॉन के मलबे के कारण होती है। इसे जेमिनीड उल्कावृष्टि के नाम से जाना जाता है। यह उत्तरी गोलार्ध में बेहतर दिखाई देती है। कम रोशनी वाले ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों से इसका नजारा और भी शानदार होता है।

    By kishore joshi Edited By: Nitesh Srivastava Updated: Thu, 12 Dec 2024 09:00 PM (IST)
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    उल्कावृष्टि का शानदार नजारा। (फाइल फोटो) जागरण

    जागरण संवादाता, नैनीताल : उल्कावृष्टि यानी आसमानी आतिशबाजी का शानदार नजारा कल शुक्रवार की रात देखने को मिलेगा। इसमें 150 प्रति घंटे की रफ्तार से सैकड़ों जलती उल्काओं को देखे जाने की संभावना है। आधी रात को चंद्रमा के अस्त होने के बाद इस खगोलीय घटना को बेहतर देखा जा सकता है।

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    क्षुद्रग्रह (एस्टेरायड) 3200-फेथान द्वारा छोड़े गए मलबे के कारण यह खगोलीय घटना होती है। आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) नैनीताल के वरिष्ठ खगोल विज्ञानी डा. शशिभूषण पांडेय ने बताया कि इस खगोलीय घटना को जेमिनीड मेट्योर शावर नाम से जाना जाता है।

    दक्षिण की अपेक्षा उत्तरी गोलार्ध में यह उल्कावृष्टि बेहतर देखने को मिलती है। कम रोशनी वाले ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों से इस घटना का अधिक शानदार नजारा दिखता। 13 व 14 दिसंबर की रात को हर साल यह खगोलीय घटना घटित होती है। खगोल प्रेमियों को बेसब्री से इस घटना का इंतजार रहता है।

    यद्यपि उल्कावृष्टि की शुरुआत नवंबर से ही हो चुकी है लेकिन इसका चरम शुक्रवार रात से शनिवार रात तक रहेगा। आधी रात को चंद्रमा के अस्त होने के बाद जब अंधेरा गहराएगा तो गिरती उल्काओं का नजारा भी अधिक आकर्षक हो जाएगा।

    जेमिनीड्स ( मिथुन राशि) के तारा मंडल की दिशा की ओर से अधिक उल्कापात होने के कारण इसे जेमिनीड कहा गया है। डा. पांडेय के अनुसार यह उल्कावृष्टि दो सौ वर्ष से हो रही है।

    शुक्रवार को कैसा रहेगा उत्तराखंड का मौसम 

    नैनीताल: सरोवर नगरी में गुरुवार को मौसम सुहावना रहा। चटक धूप खिलने से ठंड से राहत मिली। सुबह शाम की ठंड बरकरार बनी हुई है। दो दिन पहले हुई बर्फबारी के बाद नगर का मौसम मेहरबान है। चटक धूप खिलने से दिन की ठंड नदारत है, लेकिन सांझ होते ही कड़ाके की जबरदस्त ठंड पड़ रही है।

    नगर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रात के पारे में भारी गिरावट आ रही है, जो चार डिग्री सेल्सियस पहुंच रहा है। जिस कारण अधिक ठंड पड़ रही है। सुहावने मौसम के बीच पर्यटकों की आमद बरकरार है। शुक्रवार को और पर्यटकों के आने की उम्मीद है।

    राज्य मौसम विभाग के निदेशक डा विक्रम सिंह के अनुसार फिलहाल मौसम शुष्क बना रहेगा। दिन के तापमान में वृद्धि होगी । जिस कारण ठंड से राहत मिलेगी। पाला गिरने का क्रम जारी रहेगा। जीआईसी मौसम विज्ञान केंद के अनुसार अधिकतम तापमान 19 व न्यूनतम नौ डिग्री सेल्सियस रहा। आद्रता अधिकतम 80 व न्यूनतम 50 प्रतिशत दर्ज की गई।