जिम काॅर्बेट नेशनल पार्क में जिप्सियों का घेरा बनने के कारण बीच में फंसा बाघा nainital news
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की गाइड लाइन का कॉर्बेट पार्क में पालन नहीं हो रहा। पर्यटकों को नजदीक से बाघ दिखाने की होड़ में जिप्सी चालक नियमों की भी परवाह नहीं कर रहे।
रामनगर, जेएनएन : राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की गाइड लाइन का कॉर्बेट पार्क में पालन नहीं हो रहा। पर्यटकों को नजदीक से बाघ दिखाने की होड़ में जिप्सी चालक नियमों की भी परवाह नहीं कर रहे। ऐसा ही एक वाकया मंगलवार को नजर आया। चारों तरफ से जिप्सियों की घेराबंदी के चलते बाघ को निकलने का रास्ता ही नहीं मिला। समय रहते रेंज के स्टाफ ने मौके पर पहुंचकर हालात संभाले। चालकों के इस लापरवाह रवैये पर कॉर्बेट प्रशासन ने 32 जिप्सियां बैन कर दी हैं।
एनटीसीए जारी की है नई गाइडलाइन
एनटीसीए ने बीते दिनों गाइड लाइन जारी कर जिप्सी से बाघ दिखाने की दूरी पांच सौ मीटर निर्धारित कर दी मगर नियमों के पालन को लेकर चालक लापरवाह बने हुए हैं। मंगलवार को कॉर्बेट पार्क के ढिकाला के फुलईचौड़ में पर्यटकों को नजदीक से बाघ दिखाने की होड़ में जिप्सी चालकों की वजह से एक बाघ घिर गया। उसे वहां से निकलने का रास्ता नहीं मिल पाया। सूचना पर पहुंचे रेंज स्टाफ ने किसी तरह जिप्सी चालकों को हटाया। कॉर्बेट के अधिकारियों को जिप्सी पर कार्रवाई की संस्तुति के लिए रिपोर्ट सौंपी।
32 जिप्सियां एक सप्ताह के लिए बैन
कॉर्बेट के एसडीओ आरके तिवारी ने बताया कि ढिकाला में बाघ को देखने के लिए एक ही जगह पर जिप्सी खड़ी कर दी गईं। कई जिप्सी का घेरा बनने से बाघ को निकलने का रास्ता नहीं मिला। 32 जिप्सियों को चिह्नित कर एक सप्ताह के लिए बैन किया गया है। एनटीसीए की गाइड लाइन का अनुपालन नहीं करने वाले जिप्सी चालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। पर्यटकों को नियमों के विपरीत इतनी नजदीक से बाघ दिखाने के चक्कर में हालात बिगड़ भी सकते थे।
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