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    अल्मोड़ा में पेयजल योजना न शुरू होने पर ग्रामीणों ने जलनिगम के ईई को घेरा

    By Prashant MishraEdited By:
    Updated: Mon, 20 Dec 2021 05:26 PM (IST)

    ग्रामीणों ने कहा कि एक हजार की आबादी में पेयजल लाइन नही है। ग्रामीणों को नौले-धारों से पानी लाने को मजबूर होना पड़ रहा है। सरकार ने हर घर जल हर घर नल योजना चलाई हुई है। उसके बाद भी बड़ी ग्राम सभा को पेयजल से वंचित किया गया है।

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    अगर पेयजल लाइन बनाकर इस समस्या का समाधान नही किया जाता तो सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

    जागरण संवादादात, अल्मोड़ा: पानी की काेई योजना नही होने आक्रोशित हवालबाग ब्लाक स्थित घनेली के ग्रामीण ने जलनिगम के अधिकारियों का घेराव किया। क्षेत्रवासियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द गांव के लिए पेयजल योजना नही बनाई जाती तो उग्र अांदोलन को बाध्य होना पड़ेगा।

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    सोमवार को घनेली के ग्रामीणों ने जलनिगम के अधिशासी अभियंता केडी भट्ट का घेराव किया। आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि एक हजार की आबादी में पेयजल लाइन नही है। ग्रामीणों को नौले-धारों से पानी लाने को मजबूर होना पड़ रहा है। सरकार ने हर घर जल हर घर नल योजना चलाई हुई है। उसके बाद भी इतनी बड़ी ग्राम सभा को पेयजल से वंचित किया गया है। कई बार इस संबंध में अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों को बताया गया लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। जिस कारण ग्रामीणों को पेयजल सुविधा से वंचित होना पड़ रहा है। धर्मनिरपेक्ष मंच के संयोजक विनय किरौला ने कहा कि आज तक शासन-प्रशासन कई ग्रामीण क्षेत्रों व नगरीय क्षेत्रों में पानी जैसी मूलभूत समस्या का समाधान नही कर पाया है।

    आए दिन ग्रामीण आंदोलन को मजबूर है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पेयजल लाइन बनाकर इस समस्या का समाधान नही किया जाता तो सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इसके बाद प्राथमिक विद्यालय घनेली की समस्या को लेकर जिला शिक्षाधिकारी कार्यालय पहुंचे। ग्रामीणों ने जीर्ण-क्षीर्ण भवन को ठीक करने की मांग की और ज्ञापन सौंपा। 

    इधर अधिशासी अभियंता केडी भट्ट ने ग्रामीणों की समस्या का समाधान आश्वासन दिया। एक सप्ताह के अंदर सर्वे कराकर गांव के लिए अस्थाई पेयजल याेजना का निर्माण कराया जाएगा। इस अवसर पर मयंक पंत, हरीश बिष्ट, हीरा देवी, प्रेमा, हेमा, पुष्पा, पुष्पा भट्ट, कमला देवी, तुलसी रायल, भगवती, दुर्गा, हेमा, जयंती, बिमला, तारा, सरस्वती, गीता, नीमा आदि मौजूद थे।