Vijayadashami 2022 : नैनीताल में 45 फीट का रावण कुंभकरण और मेघनाथ के साथ जलेगा
Dussehra in Nainital नैनीताल में इस बार 45 फीट ऊंचा रावण का पुतला कुंभकरण और मेघनाथ के साथ जलाया जाएगा। वहीं पहली बार श्रीराम सेवक सभा की ओर से रावण के पुतले काे नगर भ्रमण करवाया जाएगा।
जागरण संवाददाता, नैनीताल : Dussehra in Nainital : कोविड काल के दो वर्ष बाद इस वर्ष दशहरा भव्य रूप से मनाया जाएगा। दशहरे पर 45 फीट ऊंचा रावण दहन और आतिशबाजी आकर्षण का केन्द्र रहेगी। रावण के साथ ही कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों का भी दहन किया जाएगा। वहीं पहली बार श्रीराम सेवक सभा की ओर से रावण के पुतले काे नगर भ्रमण करवाया जाएगा। मल्लीताल डीएसए फ्लैट्स पर पुतला दहन और अन्य कार्यक्रमों को लेकर तैयारिंया पूरी कर ली गई है।
जानकारी देते हुए श्रीराम सेवक सभा सचिव जगदीश बवाड़ी ने बताया कि दो वर्ष सांकेतिक रूप से दशहरें का आयोजन किया गया था। बीते वर्ष रावण पुतला दहन तो हुआ, मगर सीमित लोग ही इसमें प्रतिभाग कर पाए थे। इस वर्ष दशहरें पर डीएसए मैदान में भव्य आयोजन किया जाएगा।
बताया कि दशहरे पर शाम साढ़े पांच बजे भजन संध्या आयोजित की जाएगी। जिसके बाद ढोल नगाड़ों के साथ राम बारात नगर भ्रमण कर डीएसए मैदान में बने मंच तक पहुंचेगी। जहां राम रावण युद्ध और रावण-लक्ष्मण नीतिशास्त्र का मंचन किया जाएगा। जिसके बाद आकर्षक आतिशबाजी के साथ रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों का दहन किया जाएगा। रावण दहन में इस वर्ष हजारों की भीड़ जुटने की उम्मीद है।
45 फीट का रावण और एक लाख की आतिशबाजी होगी आकर्षक
दशहरें पर रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले निर्मित करने के लिए बरेली और बहेड़ी से कारीगर नैनीताल पहुंचे हुए है। 25 दिन की मेहनत के बाद छह कारीगरों की टीम ने तीन पुतले तैयार कर लिए है। बुधवार सुबह पुतलों को फ्लैट्स पर स्थापित कर लिया जाएगा।
कारीगर रूप किशोरी ने बताया कि बांस, सुतली, डोरा, अखबार और कागज का प्रयोग कर 45 फीट ऊंचे पुतलों का निर्माण किया गया है। पुतला निर्माण में करीब 1.35 लाख का ठेका हुआ है। इसके अलावा एक लाख की हवाई आतिशबाजी की जाएगी। जोकि मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहेगी।
पहली बार रावण के पुतले के साथ होगा नगर भ्रमण
श्रीराम सेवक सभा सचिव जगदीश बवाड़ी ने बताया कि प्रभात साह गंगोला के सहयोग से सभा के कलाकारों द्वारा इस बार एक अन्य रावण के पुतले का निर्माण किया गया है। करीब 16 फीट ऊंचे रावण को पहली बार नगर भ्रमण करवाया जाएगा। जिसके बाद उक्त रावण के पुतले का भी फ्लैट्स पर दहन किया जाएगा।