Vasant Panchami 2022 : पीले कपड़े पहनकर पीले फूलों से करें देवी सरस्वती का पूजन, मांगलिक कार्यों के लिए भी आज है शुभ दिन
शनिवार प्रातः काल स्नान करके मां सरस्वती जी की पूजा करनी चाहिए। सरस्वती पूजन में पीला रंग का विशेष महत्व है। पीला चंदन फूल पीला वस्त्र चढ़ाया जाता है। श्रीमद् देवी भागवत के नवम स्कन्ध में माता सरस्वती के अवतरण की कथा वर्णित है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : देवी सरस्वती को ज्ञान की देवी कहा गया है। इस बार वसंत पंचमी पांच फरवरी को है। पर्व निर्णय सभा के सचिव डा नवीन चंद्र जोशी का कहना है कि शनिवार प्रातः काल स्नान करके मां सरस्वती जी की पूजा करनी चाहिए। सरस्वती पूजन में पीला रंग का विशेष महत्व है। पीला चंदन, फूल, पीला वस्त्र चढ़ाया जाता है। श्रीमद् देवी भागवत के नवम स्कन्ध में माता सरस्वती के अवतरण की कथा वर्णित है। संसार में विद्या ज्ञान प्रदान करने के लिए मां भगवती ने सरस्वती रूप धारण किया। संसार के जीवों का कल्याण करने के लिए वेद रूपी ज्ञान का प्रकाश ऋषियों को दिया।
अक्षरारम्भ, वेदारम्भ के लिए श्रेष्ठ दिन
देवी भागवत के अनुसार इस दिन अक्षरारम्भ, उपनयन संस्कार, वेदारम्भ का विशेष महत्व है। विद्यार्थियों को वसंत पंचमी के व्रत पूजन करने से अक्षय ज्ञान प्राप्त होता है। इस दिन जौं के पौधे व पीला वस्त्र धारण करने से तन, मन में सात्विक शक्ति मिलती है। पीला वस्त्र धारण करने से मन में सात्विक भाव की बृद्धि होती है। इस दिन यज्ञोपवीत संस्कार व मांगलिक कार्य अति शुभ माने जाते हैं।
उत्थान मंच में होगा होली का गायन
पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच हीरानगर हल्द्वानी की ओर से आयोजित होने वाली बैठकी होली वसंत पंचमी से शुरू होगी। उत्थान मंच में पिछले 20 वर्षों से हर साल बैठकी होली का गायन होता रहा है। उत्थान मंच के महासचिव मुकेश शर्मा ने बताया कि वसंत पंचमी से शुरू होली एकादशी तक जारी रहेगी। शहर के गणमान्य होलियार पारंपरिक होली में शामिल होंगे। हर रोज शाम को छह बजे से पर्वतीय सांस्कृतिक मंच के प्रांगण में बैठकी होली का गायन होगा।
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