Uttarakhand Weather Update : कुमाऊं में आज और कल शांत रहेगा मौसम, 14-15 को भारी बारिश के आसार
Uttarakhand Weather Update मौसम विभाग ने 14 व 15 सितंबर को कुमाऊं मंडल के अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना जताई है। नैनीताल चम्पावत बागेश्वर व पिथौरागढ़ जिलों में कहीं कहीं पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का आरेंज अलर्ट जारी किया है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : Uttarakhand Weather Update : कुमाऊं में वर्षा में कमी आई है। अगले दो दिन आंशिक बादलों के बीच कुछ जगहों पर हल्की वर्षा हो सकती है। बुधवार से वर्षा में तेजी आने की संभावना है। पिछले दो-तीन दिनों में वर्षा में कमी आने से औसत वर्षा में कमी आई है। उत्तराखंड में सामान्य से 11 प्रतिशत कमी का आंकड़ा बढ़कर 13 प्रतिशत तक जा पहुंचा है।
14 सितंबर से भारी वर्षा की चेतावनी
मौसम विभाग ने 14 व 15 सितंबर को कुमाऊं मंडल के अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना जताई है। नैनीताल, चम्पावत, बागेश्वर व पिथौरागढ़ जिलों में कहीं कहीं पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का आरेंज अलर्ट जारी किया है। संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन, चट्टान खिसकने व पर्वतीय क्षेत्रों में नदी-नालों का जलस्तर अचानक बढ़ सकता है।
हिमालय की ऊंची चोटियों में हिमपात
शनिवार की रात्रि को जहां उच्च हिमालय से लगे मध्य हिमालयी क्षेत्र में भारी बारिश हुई, जबकि हिमालय की ऊंची चोटियों में हिमपात हुआ है। ऊंची चोटियों में हिमपात से उच्च हिमालयी गांवों से अब माइग्रेशन की भी तैयारियां होने लगी हैं।
शनिवार की रात को हिमालय की ऊंची चोटियों नंदा देवी, नंदा कोट, सिदमधार, राजरंभा, पंचाचूली सहित मध्य हिमालय की छिपलाकेदार चोटी में ही हिमपात हो चुका है।
उच्च हिमालयी गांवों से माइग्रेशन का समय
चोटियों पर हिमपात के साथ ही अब उच्च हिमालयी मूल गांवों में गए ग्रामीण भी माइग्रेशन की तैयारी में जुट चुके हैं। मुनस्यारी की जोहार घाटी के ग्रामीण सितंबर अंत तक घाटियों की तरफ आने लगेंगे। भेड़ पालक बुग्यालों से भेड़ों के साथ निचले इलाकों की तरफ पलायन करेंगे।
आज के मौसम का हाल
कुमाऊं में मौसम साफ है। मैदान से लेकर पहाड़ तक धूप खिली है। बागेश्वर जिले के कपकोट में रात में वर्षा से बैसनी गांव के घरों में पानी और मलबा घुस गया। जिले में पांच सड़कें बंद हैं। चंपावत, रुद्रपुर में मौसम साफ है, नैनीताल और पिथौरागढ़ में हल्के बादल छाए हैं।