Updated: Fri, 15 Aug 2025 03:57 PM (IST)
नैनीताल में जिला पंचायत चुनाव के दौरान अगवा हुए पांच सदस्यों की तलाश के लिए एसओजी और कुमाऊं एसटीएफ को लगाया गया है। आईजी ने टीमों का गठन कर खोजबीन तेज करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने के बाद एसएसपी को मामले की निष्पक्ष जांच के आदेश दिए गए हैं। अगवा सदस्यों के परिवारों को सुरक्षा का आश्वासन दिया गया है।
जागरण संवाददाता, नैनीताल। जिला पंचायत मतदान के दौरान अगवा हुए पांच सदस्यों व अपहरणकर्ताओं की खोज अब एसओजी व कुमाऊं एसटीएफ करेगी। आइजी स्तर पर टीमों का गठन कर खोजबीन तेज करने के निर्देश दिए गए हैं।
वहीं, एसएसपी को पारदर्शिता के साथ मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष चुनाव के दौरान पांच सदस्यों के अगवा हो जाने से शहर में दिनभर हंगामा रहा। पुलिस के सामने हुए घटनाक्रम को लेकर तमाम लोग पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं।
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वहीं मामले को गंभीरता से लेते हुए आईजी स्तर पर अब सदस्यों व अपहरणकर्ताओं की तलाश को एसटीएफ व एसओजी टीमों को लगाया गया है। आइजी रिधिम अग्रवाल ने बताया कि नैनीताल व चंपावत एसओजी टीमों के साथ ही कुमाऊं रेंज की एसटीएफ को सदस्यों को ट्रेक करने के लिए लगाया गया है।
अगवा हुए सदस्यों के स्वजन को यदि कोई पुलिस सुरक्षा की जरूरत पड़ेगी तो उनको हरसंभव मदद व सुरक्षा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मामले में दोनों ही पक्षों की ओर से आरोप लग रहे हैं। इसके अलावा तल्लीताल थाने में शिकायत नहीं लेने के भी आरोप लगाए गए हैं। जिसकी निष्पक्ष व पारदर्शिता से जांच कराने के निर्देश नैनीताल एसएसपी को दिए गए हैं। इसके अलावा पूरा घटनाक्रम किस प्रकार घटित हुआ, इसके कारणों की जांच के लिए एसपी जगदीश चंद्रा को जांच दी गई है।
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