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    उत्तराखंड में फ्री यात्रा के नाम पर चल रहा यह खेल, वरिष्ठ नागरिकों का रोडवेज बस चालकों पर फूटा गुस्सा

    Updated: Sat, 17 Feb 2024 09:05 AM (IST)

    वरिष्ठ नागरिकों का आरोप है कि बस चालक जैसे ही 60 साल से ऊपर के व्यक्तियों को रोड पर देखते हैं तो गाड़ी रोकते ही नहीं। मल्ला पचौनिया चोरगलिया निवासी बहादुर राम का कहना है कि वह जब भी बाजार जाने के लिए रोडवेज बस के चालक को हाथ देते हैं तो बस चालक गाड़ी की स्पीड और तेज कर लेते हैं।

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    उत्तराखंड में फ्री यात्रा के नाम पर चल रहा यह खेल, वरिष्ठ नागरिकों का रोडवेज बस चालकों पर फूटा गुस्सा

    संसू, चोरगलिया। क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिकों ने रोडवेज बस के कुछ चालकों की कार्यशैली पर नाराजगी जताई है। कहा कि वरिष्ठ नागरिक यात्रा करने के लिए रास्ते में हाथ देकर बस रोकने का इशारा करते हैं तो चालक नजरअंदाज कर आगे बढ़ जाते हैं। उत्तराखंड सरकार की ओर से 60 साल से ऊपर के लोगों को रोडवेज बस में फ्री सफर करवाया जाता है।

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    वरिष्ठ नागरिकों का आरोप है कि बस चालक जैसे ही 60 साल से ऊपर के व्यक्तियों को रोड पर देखते हैं तो गाड़ी रोकते ही नहीं। मल्ला पचौनिया चोरगलिया निवासी बहादुर राम का कहना है कि वह जब भी बाजार जाने के लिए रोडवेज बस के चालक को हाथ देते हैं तो बस चालक गाड़ी की स्पीड और तेज कर लेते हैं।

    नयागांव कटान निवासी देवी दत्त चौसली का कहना है कि वह बीमार हैं।  हल्द्वानी जाने के लिए रोडवेज के बस स्टाप पर एक घंटे से खड़े थे। मगर बस चालक ने बस स्टाप पर भी बस नहीं रोकी। वहीं, मल्ला पचौनिया निवासी उमेश सिंह का कहना था कि दो दिन पूर्व वह सितारगंज से चोरगलिया जाने के लिए बस में बैठे। कंडक्टर को अपना आधार कार्ड दिखाया।

    यात्रियों ने रोडवेज के अधिकारियों से की थी मुलाकात

    कहा कि वह रोडवेज में फ्री सफर करते आए हैं मगर बस कंडक्टर ने उनकी एक नहीं सुनी और उनसे पूरा किराया ले लिया। इस मनमानी को रोकने के लिए यात्रियों ने कुछ दिन पूर्व रोडवेज के अधिकारियों से भी मुलाकात की थी।

    अधिकारियों ने यात्रियों की परेशानी दूर करने का आश्वासन दिया था। मगर कोई कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों व वरिष्ठ नागरिकों ने शुक्रवार को चोरगलिया मुख्य बाजार में रोडवेज चालकों के खिलाफ नारेबाजी की और समस्या का समाधान होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। इस अवसर पर लक्ष्मी दत्त जोशी, रणजीत सिंह बोरा, ईश्वर सुयाल मोहन जोशी, गोपाल सिंह बोरा वह देवी दत्त जोशी आदि थे।