जैसे केंद्र में स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को मिला सम्मान, वैसे ही उत्तराखंड में बोलती थी इस पूर्व सीएम की तूती; जयंती-पुण्यतिथि आज
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी, जिनका कद अटल बिहारी वाजपेयी के समान था, ने कुमाऊं के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने मंडी और सिडकुल की स्थापना से क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक ढांचे को मजबूत किया। आज उनकी जयंती और पुण्यतिथि पर हल्द्वानी मंडी परिसर में उनकी प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जो उनकी दूरदर्शिता और जनसेवा का प्रतीक है।

एनडी की दूरदर्शिता ने बदली कुमाऊं की तस्वीर. File Photo
गणेश जोशी, जागरण हल्द्वानी । जैसे केंद्र में भारती के पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेयी को सम्मान मिलता था, उसी प्रकार उत्तराखंड में पूर्व सीएम नारायण दत्त तिवारी की तूती बोलती थी। पक्ष हो या विपक्ष हर नेता उनकी सराहना करता था। कुमाऊं की धरती पर विकास की जो मजबूत नींव आज दिखाई देती है, उसके पीछे ऐसे दूरदर्शी नेतृत्वकर्ता की भूमिका रही है।
ऐसे विकास पुरुष ने केवल घोषणाओं तक सीमित रहने के बजाय ठोस कार्यों के जरिये क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक ढांचे में नई ऊर्जा भरी। कुमाऊं के लिए मंडी की स्थापना के साथ ही सिडकुल के जरिये औद्योगिक विकास का सपना पूरा किया। इन सबके केंद्र में विकास पुरुष रहे पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी की सोच थी, जिससे कुमाऊं को नई दिशा मिली। कांग्रेस नेता रहे एनडी की स्मृतियां को जीवंत करने के लिए भाजपा सरकार में मंडी परिषद प्रतिमा स्थापित कर रहा है।
कुमाऊं का प्रवेश द्वार हल्द्वानी शहर सदियों से व्यापारिक गतिविधियों का ही केंद्र रहा है। शिवालिक पहाड़ों की तलहट पर बसा यह शहर धीरे-धीरे मंडी की तरह विकसित हो गया। पूर्व सीएम एनडी तिवारी ने मंडी का कार्य व्यवस्थित तरीके से संचालित करने के लिए वर्ष 1983 में विधिवत रूप से मंडी की स्थापना करवाई। मंडी की स्थापना ने स्थानीय कृषि कारोबार को बढ़ावा दिया। किसानों को सीधे बाजार से जुड़ने का अवसर मिला।
मंडी समिति के पार्क में स्थापित होगी प्रतिमा
कुमाऊं के लिए तिवारी का योगदान केवल मंडी तक नहीं सीमित नहीं था। उनके प्रयास से रानीबाग में एचमएटी फैक्ट्री, बरेली रोड पर सोयाबीन फैक्ट्री, लालकुआं में सेंचुरी पल्प एंड पेपर के अलावा रुद्रपुर में उत्तराखंड राज्य आधारभूत संरचना एवं औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड (सिडकुल) स्थापित हुआ। इसके साथ ही डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय (एसटीएच) और बाद में राजकीय मेडिकल कालेज की स्थापना के जरिये कुमाऊं में स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ ही चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा योगदान दिया। जबकि कुमाऊं मेडिकल सुविधाओं के लिहाज से पिछड़ा हुआ माना जाता था, लेकिन एसटीएच की स्थापना से स्वास्थ्य सेवा को सुलभ बनाया और चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्यकर्मियों के रोजगार के नए अवसर भी खोले।
आज यानी 18 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के तीन और उत्तराखंड के एक बार मुख्यमंत्री रहे एनडी तिवारी की जयंती व पुण्यतिथि है। हल्द्वानी मंडी परिसर में उनकी स्मृतियों को जीवंत करने के लिए उनकी प्रतिमा स्थापित होगी। यह प्रतिमा एनडी की दूरदर्शिता और जनसेवा की भावना का प्रतीक होगी, जिसने कुमाऊं को जमीन से उठाकर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनके विकास की मजबूत नींव का आधार यही है कि कांग्रेसी नेता को भाजपा सरकार में भी सम्मान मिल रहा है। ऐसे में उनका स्मरण विकास योजनाओं के लिए प्रेरणा लेने का भी है। मंडी परिषद अध्यक्ष डा. अनिल कपूर डब्बू कहते हैं, स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी की प्रतिमा का अनावरण एवं पार्क का नाम रखना हमारे के लिए गौरव की बात है।
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