Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Uttarakhand Forest Fire: वन विभाग ने बदली रणनीति, अब जंगल की आग को इस तरह से कंट्रोल करने की तैयारी

    Updated: Mon, 06 May 2024 12:56 PM (IST)

    राज्य में जंगल की आग की घटनाओं की वजह से जनता के साथ ही शासन-प्रशासन तथा सरकारी विभागों के निशाने पर आए वन विभाग के नए मुखिया ने अब मुख्यालय में महत्वपूर्ण पदों पर जमे सीनियर आइएफएस अफसरों को नोडल अधिकारी बनाकर जिलों में उतार दिया है। साथ ही उनकी जवाबदेही तय कर दी है। इन नोडल अफसरों को मानीटरिंग के साथ ही रिपोर्ट भी देने को कहा है।

    Hero Image
    Uttarakhand Forest Fire: वन विभाग ने बदली रणनीति, अब जंगल की आग को इस तरह से कंट्रोल करने की तैयारी

    किशोर जोशी, नैनीताल। राज्य में जंगल की आग की घटनाएं चरम सीमा पर हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से समीक्षा बैठक के बाद इस पर नियंत्रण व प्रबंधन को लेकर वन विभाग के नए मुखिया ने रणनीति भी बदली है। पीसीसीएफ (हाफ) धनंजय मोहन ने अधिकारियों से लेकर फील्ड कर्मचारियों की जवाबदेही तय कर दी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रविवार को पीसीसीएफ की ओर से मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव के साथ ही कुमाऊं व गढ़वाल के मुख्य वन संरक्षकों को भेजे गए पत्र में कहा है कि राज्य में जंगल की आग के नियंत्रण व प्रबंधन में समुचित उपाय एवं कार्रवाई नहीं हो पा रही है।

    जिले-प्रभाग में बार-बार वनाग्नि की घटनाएं हो रही हैं। जिन अधिकारी-कर्मचारियों की ओर से जंगल की आग नियंत्रण एवं प्रबंधन की कार्रवाई में शिथिलता या लापरवाही बरती जा रही है, उनके विरुद्ध नियमानुसार उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। पीसीसीएफ ने मंडल में मामलों का रोजाना अनुश्रवण करते हुए कर्तव्यों में शिथिलता या लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों का विवरण दो दिनों के भीतर उपलब्ध कराने को कहा है।

    अब सीनियर अफसरों को जिलों की जिम्मेदारी देकर मांगी रिपोर्ट

    राज्य में जंगल की आग की घटनाओं की वजह से जनता के साथ ही शासन-प्रशासन तथा सरकारी विभागों के निशाने पर आए वन विभाग के नए मुखिया ने अब मुख्यालय में महत्वपूर्ण पदों पर जमे सीनियर आइएफएस अफसरों को नोडल अधिकारी बनाकर जिलों में उतार दिया है। साथ ही उनकी जवाबदेही तय कर दी है। इन नोडल अफसरों को मानीटरिंग के साथ ही रिपोर्ट भी देने को कहा है।

    यह अफसर आग बुझने तक जिलों में जमे रहेंगे। पीसीसीएफ डा. धनंजय मोहन की ओर से प्रमुख वन संरक्षक प्रशासन बीपी गुप्ता को जिला नैनीताल, पीसीसीएफ पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन डा. कपिल कुमार जोशी को अल्मोड़ा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी कैम्पा जीएस पांडे को बागेश्वर, वन संरक्षण के नोडल अधिकारी आरके मिस्र को उत्तरकाशी, अपर प्रमुख वन संरक्षक परियोजनाएं कपिल लाल को टिहरी गढ़वाल, अपर प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव डा विवेक पांडे को चमोली व रुद्रप्रयाग, मुख्य वन संरक्षक पराग मधुकर धकाते को हरिद्वार व देहरादून का नोडल अफसर बनाया है।

    निदेशक वानिकी प्रशिक्षण संस्थान हल्द्वानी तेजस्विनी पाटिल को ऊधम सिंह नगर व चंपावत, मुख्य वन संरक्षक अनुश्रवण व मूल्यांकन राहुल को पौड़ी गढ़वाल तथा मुख्य वन संरक्षक कार्ययोजना संजीव चतुर्वेदी को पिथौरागढ़ का नोडल अफसर नियुक्त किया गया है। 31 मार्च को सेवानिवृत्त पीसीसीएफ अनूप मलिक ने सीनियर अफसरों को जिलों का नोडल अफसर नियुक्त करने से इन्कार करते हुए कहा था कि इससे उलझन बढ़ेगी।

    comedy show banner
    comedy show banner