coronavirus : यूएसनगर पुलिस ने रुद्रपुर में 13 जमातियों को पकड़कर हल्द्वानी को बचाया
पैदल ही हल्द्वानी आ रहे ये जमात के लोग अगर पुलिस की नजर से बच जाते तो शहर में बड़ी विपदा का आना तय था। क्योंकि हल्द्वानी में जिस जगह पर इन लोगों का घर है वो सबसे घनी आबादी है।
हल्द्वानी, जेएनएन : ऊधमसिंह नगर पुलिस की मुस्तैदी की वजह से हल्द्वानी में कोरोना जैसा बड़ा संकट आने से टल गया। चोरी-छिपे पैदल ही हल्द्वानी आ रहे ये जमात के लोग अगर पुलिस की नजर से बच जाते तो शहर में बड़ी विपदा का आना तय था। क्योंकि, हल्द्वानी में जिस जगह पर इन लोगों का घर है वो सबसे घनी आबादी वाला एरिया है। यूपी बॉर्डर पार कर यह लोग राज्य की सीमा में प्रवेश कर चुके थे। अगर इसके बाद भी कोई चूक होती तो स्थिति पर नियंत्रण पाना बेहद मुश्किल हो जाता।
बनभूलपुरा से मुरादाबाद व महाराष्ट्र गए सभी जमाती कमजोर परिवार से ताल्लुक रखते हैं। पेंटर, मजदूर, और कारपेंटरी पेशे से जुड़े है। जब मुरादाबाद से इन्हें वाहन नहीं मिले तो पैदल ही घरों को आना शुरू हो गए। हालांकि जमात मुरादाबाद के बाद रामपुर कितने दिन रही। इसे लेकर असमंजस की स्थिति बनी है। रुद्रपुर पुलिस की निगाहों से अगर यह लोग बसी जाते तो जंगल के रास्ते भी हल्द्वानी पहुँच सकते थे। इस बीच एसपी देवेंद्र पींचा के नेतृत्व में पुलिस ने पहले रेलवे स्टेशन के पास से कुछ जमातियों को पकड़ा। शक होने पर पुलिस ने तुरंत सख्ती से पूछताछ की तो इन्होंने बाकी साथियों के आगे निकल जाने की बात कबूली। जमात का नाम सुनते ही अलर्ट हो चुकी पुलिस ने करीब आधा किमी की दूरी पर बाकी लोगों को भी पकड़ लिया। जिसके बाद सभी को पंतनगर में बनाए क्वारंटाइन सेंटर में लाया गया। रिपोर्ट में तीन लोग कोरोना संक्रमित मिले। ऐसे में उधमसिंह नगर पुलिस ने खुद की जान जोखिम में डाल हल्द्वानी का संकट टाल दिया।
जमात में शामिल 63 लोगों को गौलापार शिफ्ट किया
हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में अब तक तीन बाहरी जमातों के मस्जिद व अन्य जगहों पर ठहरने की सूचना थी। इन सभी का स्वास्थ्य परीक्षण भी करवाया जा चुका था। लेकिन बुधवार शाम जब पता चला कि फ़िरोजाबाद और मुरादाबाद से आई दो जमात भी इस इलाके में है तो देर रात ही पांचों जमात को गौलापार के बागजाला में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया। फिलहाल यहाँ जमात के 63 लोगों की निगरानी हो रही है। दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए जमात के कार्यक्रम ने देशभर को चिंता में डाल दिया गया। इससे पहले पुलिस व खुफिया विभाग के पास जानकारी थी कि उड़ीसा से आई जमात के 10, दिल्ली 12 और अमरोहा के 12 लोग बनभूलपुरा में अलग-अलग जगहों पर ठहरे हुए हैं। इनकी स्वास्थ्य जांच भी करवाई जा रही थी। वहीं, बुधवार शाम पता चला कि लाइन नंबर एक स्थित अबु हनीफ मस्जिद में फिरोजाबाद से आई जमात के 18 और गौजाजली की आइशा मस्जिद में मुरादाबाद की जमात से 11 लोग ठहरे हैं। जिसके बाद पुलिस, प्रसाशन व खुफिया विभाग भी एक्टिव हो गया। रात में ही अधिकारी पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम लेकर इन जगहों पर पहुँच गए। फिर स्वास्थ्य परीक्षण के बाद 63 जमातियों को बागजाला में शिफ्ट कर दिया गया। वहीं, बनभूलपुरा थानाध्यक्ष सुशील कुमार ने बताया कि यह सभी लोग लंबे से रह रहे थे। इनका क्वारंटाइन पीरियड भी पूरा हो गया था। मगर एहतियात की दृष्टि से सेंटर भेजा गया है। अब यहां 14 दिन निगरानी की जाएगी।
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