Move to Jagran APP

उत्‍तराखंड में अनुसूचित जाति की भोजन माता की नियुक्ति पर हंगामा, बच्‍चों ने छोड़ दिया खाना

उत्‍तराखंड के चंपावत जिले में दलित टेलर की संदिग्‍ध मौत का मामला अभी शांत नहीं हो पाया था कि सूखीढांग इंटर कॉलेज में एससी वर्ग यानी अनुसूचित जाति की भोजन माता की नियुक्ति पर बखेड़ा खड़ा हो गया है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Mon, 20 Dec 2021 09:25 AM (IST)Updated: Mon, 20 Dec 2021 09:25 AM (IST)
उत्‍तराखंड में अनुसूचित जाति की भोजन माता की नियुक्ति पर हंगामा, बच्‍चों ने छोड़ दिया खाना
उत्‍तराखंड में अनुसूचित जाति की भोजन माता की नियुक्ति पर हंगामा, बच्‍चों ने छोड़ दिया खाना

संवाद सहयोगी, चम्पावत : उत्‍तराखंड के चंपावत जिले में दलित टेलर की संदिग्‍ध मौत का मामला अभी शांत नहीं हो पाया था कि सूखीढांग इंटर कॉलेज में एससी वर्ग यानी अनुसूचित जाति की भोजन माता की नियुक्ति पर बखेड़ा खड़ा हो गया है। विद्यालय प्रबंध समिति और पीटीए से चयनित भोजन माता को हटाकार एससी वर्ग की भोजन माता की नियुक्‍त‍ि से विद्यालय प्रबंध समिति और अभिभावक आमने-सामने आ गए हैं। शनिवार को सामान्य वर्ग के बच्चों ने एससी वर्ग की भोजन माता के हाथ से बना भोजन करने से इनकार कर किया। इस घटना के सामने आने से शिक्षा विभाग में हडक़ंप मच गया है। सीईओ ने उप खंड शिक्षा अधिकारी को मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।

loksabha election banner

इंटर कॉलेज में 60 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इनमें से सामान्य वर्ग के 40 और अनुसूचित जाति के 20 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। पूर्व में यहां भोजन माता के रूप में शकुंतला देवी नियुक्त थीं। 60 वर्ष पूर्ण होने पर कुछ दिन पूर्व ही वे सेवा निवृत्त हुई हैं। अभिभावकों का आरोप है कि पीटीए और एसएमसी की बैठक में पुष्पा भट्ट को भोजन माता के रूप में नियुक्त करने का निर्णय लिया गया था। लेकिन प्रधानाचार्य ने मनमाने तरीके से सुनीता देवी पत्नी प्रेमराम को भोजन माता के रूप में रख दिया है।

शनिवार को अभिभावक स्कूल पहुंचे और उन्होंने इस बात पर हंगामा काटा। आरोप लगाया कि प्रधानाचार्य ने मनमाने तरीके से नियम विरूद्ध सुनीता देवी की नियुक्ति की है। उन्होंने कहा कि विद्यालय में सामान्य वर्ग के छात्रों की संख्या अधिक होने के कारण नियमानुसार इसी वर्ग की भोजन माता की नियुक्ति होनी चाहिए। जानकारी के अनुसार सामान्य वर्ग के छात्रों ने भोजन माता के हाथ से बना भोजन नहीं किया।

जिसके बाद मामला और अधिक तूल पकड़ गया है। प्रधानाचार्य प्रेम राम ने बताया कि इसकी जानकारी सीईओ आरसी पुरोहित को दे दी है। भोजनमाता की नियुक्ति शासन द्वारा मिले आदेश के क्रम में ही की गई है। मुख्य शिक्षा अधिकारी ने मामले का गंभीरता से संज्ञान लेते हुए उपखंड शिक्षा अधिकारी को मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।

उपखंड शिक्षाधिकारी चम्पावत अंशुल बिष्ट ने बताया कि इंटर कॉलेज सूखीढांग में एससी वर्ग की भोजन माता की नियुक्ति का सामान्य वर्ग के अभिभाववकों द्वारा विरोध करने और सामान्य वर्ग के बच्चों का मिड डे मील ग्रहण न करने का मामला सामने आया है। सीईओ ने मुझे जांच के आदेश दिए हैं। सोमवार को विद्यालय जाकर मामले की जांच की जाएगी। इसके बाद ही जरूरी कदम उठाए जाएंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.