Uttarakhand News: कार्बेट पार्क में यूपी के युवक को बाइक से खींच ले गया बाघ, तलाश में जुटी टीम
उप्र के अमरोहा से घूमने आए दो युवकों के लिए शनिवार की शाम सबसे काली साबित हुई। अल्मोड़ा रानीखेत व नैनीताल घूमने के बाद दोनों वाया रामनगर घर जा रहे थे। कार्बेट पार्क में चलती बाइक पर बाघ ने हमला कर पीछे बैठे युवक अफसारुल को जंगल में खींच लिया।
जागरण संवाददाता, रामनगर: उत्तराखंड के कुमाऊं में बाघ के हमले लगातार जारी हैं। पिछले कुछ महीनों में करीब 10 लोगों की जान जा चुकी है। ताजा मामला 16 जुलाई की शाम का है। कार्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) के मोहान में हाईवे से बाइक सवार युवक को बाघ उठा ले गया। उसका साथी शोर मचाता रह गया, लेकिन बाघ युवक को खींचता हुआ जंगल में ले गया। पुलिस व वन विभाग की टीम ने रात तक लापता युवक की खोज की लेकिन अंधेरा होने की वजह से उसका पता नहीं चल पाया।
इससे पूर्व सर्पदुली रेंज में हमलावर बाघिन को भारी मशक्कत के बाद ट्रैंक्यूलाइज किया जा सका था। बारिश में जंगल में सर्च अभियान काफी मुश्किल हो जाता है। पगचिन्हों में पानी भर या बारिश में धुल जाने से दिशा का पता नहीं चल पाता है। टीम युवक की खोजबीन आज भी जारी रखेगी।
उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के तहसील हसनपुर गांव जिहल निवासी 25 वर्षीय अफसारुल उर्फ भूरा पुत्र बाबू अपने साथी मो. अनस पुत्र शकील अहमद के साथ घूमने के लिए निकले थे। वह पहले नैनीताल फिर रानीखेत होते हुए अल्मोड़ा घूमने निकल गए।
शनिवार देर शाम को ही अल्मोड़ा से वाया रामनगर होते हुए वह अमरोहा को जा रहे थे। बाइक अनस चला रहा था। रात सवा आठ बजे वे रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत कोसी रेंज के मोहान क्षेत्र में पहुंचे। इस बीच घात लगाए बाघ ने उन पर हमला कर दिया।
हमले से बाइक अनियंत्रित हुई तो दोनों सड़क पर गिर गए। बाघ पीछे गिरे अफसारुल को खींचकर जंगल को ले गया। शोर मचाते हुए हिम्मत जुटाकर अनस बाइक उठाकर मोहान चौकी पहुंचा। इसके बाद सीटीआर का स्टाफ व रामनगर कोतवाल अरुण सैनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
तत्काल लापता अफसारुल की तलाश की गई, लेकिन उसका पता नहीं चला। वन बीट अधिकारी वीरेंद्र पांडे ने बताया कि मौके से खून के निशान मिले हैं। बाघ युवक को कोसी नदी की ओर ले गया है। खोजबीन की जा रही है। घटना के बाद हाईवे पर बाइक सवारों को सावधान किया जा रहा है। हाईवे पर गश्त शुरू हो गई है।
अनस बोला सड़क किनारे से झपटा बाघ
साथी को बाघ के खींच ले जाने के बाद से अनस सहमा हुआ है। उसे अपने साथ हुई ऐसी घटना का विश्वास नहीं हो रहा है। अनस ने फोन पर बताया कि वह घूमने के लिए निकले थे। अंधेरा होने की वजह से सामने बाइक की हेड लाइट से बाघ नहीं दिखा। क्योंकि बाघ सड़क किनारे झाड़ी में छिपा था।
उसने जैसे ही झपट्टा मारा तो एक पल के समझ नहीं आया कि क्या हुआ। बाघ देखकर उसके होश उड़ गए। जब तक उसका दोस्त उठने की कोशिश करता बाघ ने उसे अपने जबड़े में दबोच लिया। झपटने के दौरान बाघ का पंजा उसे भी लगा है।
बाघिन पकड़ी, फिर दूसरा बाघ सक्रिय
सीटीआर के सर्पदुली रेंज से तीन चार किलोमीटर के दायरे में ही यह घटना हुई है। कुछ दिन पूर्व एक युवक को निवाला बनाने व दूसरे युवक को घायल करने वाली बाघिन को सीटीआर की टीम ने पकड़ लिया था। अब फिर से सड़क पर ही घटना हो गई है। वन विभाग के सूत्रों का कहना है कि यह उसी बाघिन के शावक हो सकते हैं, जो पकड़ी गई है।
मोबाइल की बजती रही घंटी
वन कर्मियों ने अफसारुल के मोबाइल पर काल भी की तो घंटी बजती रही। लेकिन बाद में वन कर्मियों ने काल करना बंद कर दिया। ताकि उसकी बैटरी आफ न हो जाए। रविवार को मोबाइल की लोकेशन सर्च कर युवक का पता लगाया जाएगा।