Uttarakhand: कार्बेट में बाघ के हमले में पहाड़ी से गिरी व्यस्क मादा हाथी, मौत
रामनगर के कार्बेट टाइगर रिजर्व में बाघ के हमले में एक मादा हाथी की मौत हो गई। वनकर्मियों ने गश्त के दौरान हाथी को घायल अवस्था में पाया था। हाथी के शरीर पर बाघ के हमले के निशान थे। विभाग ने घायल हाथी का उपचार किया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। दो पशु चिकित्सकों की टीम ने हाथी के शव का पोस्टमार्टम किया।

जासं, रामनगर। कार्बेट टाइगर रिजर्व में बाघ से हुए हमले में मादा हाथी को अपनी जान गंवानी पड़ी। घायल हाथी का विभाग ने उपचार भी किया, लेकिन चोट ज्यादा लगने व बाघ के हमले की वजह से वह बच नहीं पाई।
बुधवार को कार्बेट के ढेला रेंज के हिल ब्लाक के पश्चिमी बीट पथरुवा स्रोत में वनकर्मियों ने गश्त के दौरान एक वयस्क मादा हाथी को घायल अवस्था में गिरे देखा। उसके शरीर पर बाघ के हमले के निशान भी थे। गश्ती दल को घायल हाथी के समीप ही बाघ भी मंडराता देखा गया था। घटना की सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई।
मौके पर कार्बेट के उपनिदेशक राहुल मिश्रा, कालागढ़ एसडीओ बिंदर पाल, ढेला रेंजर भानु प्रकाश हर्बोला ने घायल हाथी को देखा। घायल हाथी का उपचार किया गया और उसे विभागीय हाथियों की मदद से उठाने का प्रयास किया गया। लेकिन वह उठ नहीं पाई। रात में ही घायल हाथी की देखरेख के लिए वनकर्मी पूरी रात मौके पर ही मौजूद थे।
गुरुवार की दोपहर में घायल मादा हाथी ने दम तोड़ दिया। कार्बेट के चिकित्सक दुष्यंत शर्मा व राहुल सती ने हाथी के शव का पोस्टमार्टम किया। हाथी की उम्र करीब 20 साल आंकी गई है।
कार्बेट के उपनिदेशक राहुल मिश्रा ने बताया कि हाथी के अंग सुरक्षित थे। पोस्टमार्टम् की कार्रवाई कर शव दफना दिया। कार्बेट प्रशासन ने बताया कि प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि घायल मादा हाथी बाघ के हमले केे कारण पहाड़ी से फिसलकर घायल हुई थी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।