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    Uttarakhand State Foundation Day प्रतिभाओं की उपलब्धियों से ऊंचा हुआ उत्‍तराखंड का माथा

    उत्तराखंड राज्य बनने के बाद शिक्षा संस्कृति कला संगीत प्रशासन फिल्म समेत तमाम क्षेत्रों में अनेक उपलब्धियां हासिल हुई हैं। तमाम शख्सियतों की उपलब्धियां गौरव बढ़ाने वाली हैं।

    By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sat, 09 Nov 2019 09:33 AM (IST)
    Uttarakhand State Foundation Day प्रतिभाओं की उपलब्धियों से ऊंचा हुआ उत्‍तराखंड का माथा

    नैनीताल, किशोर जोशी : उत्तराखंड राज्य बनने के बाद शिक्षा, संस्कृति, कला, संगीत, प्रशासन, फिल्म समेत तमाम क्षेत्रों में अनेक उपलब्धियां हासिल हुई हैं। तमाम शख्सियतों की उपलब्धियां गौरव बढ़ाने वाली हैं। फोटोग्राफी में अंतराट्रीय स्तर पर चमके साह नैनीताल निवासी अंतरराष्‍ट्रीय छायाकार अनूप साह ने फोटोग्राफी में बड़ा मुकाम हासिल किया है। प्रकृति प्रेमी साह पर्यावरण व वन्य जीव संरक्षण के सजग प्रहरी के रूप में कार्य कर रहे हैं। उनकी उपलब्धियों को देखते हुए भारत सरकार द्वारा पद्मश्री अवार्ड प्रदान किया गया है।

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    साहित्यकार साह को व्यास सम्मान

    अल्मोड़ा के मूल निवासी व मध्य प्रदेश में रह रहे  प्रसिद्ध साहित्यकार म्यर कुमाऊंनी गद्य के रचियता रमेश चंद्र साह को साहित्य के क्षेत्र का प्रतिष्ठित व्यास सम्मान से नवाजा गया। साह की उपलब्धियां पूरे राज्य को गौरवान्वित करने वाली हैं।

    सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष बने जोशी

    अल्मोड़ा जिले के मूल निवासी व नैनीताल में पले बढ़े प्रसून जोशी को भारत सरकार ने फिल्म एवं प्रमाणन बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त किया। यह राज्य के लिए इन सालों में बड़ी उपलब्धियां में शामिल रही। पिछले साल जोशी को कुमाऊं विवि की ओर से मानद उपाधि भी प्रदान की गई। गीतकार प्रसून जोशी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लंदन में लिए साक्षात्कार को लेकर भी चर्चा में रहे।

    शैलेश बगौली आइएएस

    मूल रूप से चम्पावत जिले के फोर्ती निवासी 2002 बैच के आइएएस शैलेश बगौली नैनीताल डीएम, गढ़वाल मंडलायुक्त समेत शासन के महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं। सादगी पसंद बगौली शहरी क्षेत्रों के विकास के लिए विश्व बैंक के दो प्रोजेक्ट मंजूर कराने में सफल रहे हैं।

    वाल्दिया को मिला पद्मभूषण

    पिथौरागढ़ निवासी प्रसिद्ध भूगर्भ विज्ञानी प्रो. केएस वाल्दिया को शोध उपलब्धियों के लिए 2006 में भारत सरकार ने पद्मश्री, हाल के वर्षों में पद्मभूषण अवार्ड प्रदान किया गया। प्रो. वाल्दिया ने ही कुमाऊं विवि में भूगर्भ विज्ञान विभाग की स्थापना की थी।

    प्रो. शेखर पाठक

    कुमाऊं विवि से रिटायर व पहाड़ संस्था के प्रो. शेखर पाठक अर्से से हिमालय बचाने में जुटे हैं। हाल ही में प्रो. पाठक ने वन बचाओ आंदोलन के इतिहास पर आधारित किताब लिखी है। इसके अलावा पहाड़ के ज्वलंत सवालों पर तमाम किताबों का प्रकाशन किया है। उनकी उपलब्धियों के लिए भारत सरकार द्वारा पद्मश्री प्रदान किया गया।

    पर्वतारोही लवराज धर्मशक्तू व शीतल ने बढ़ाया मान

    सीमा सुरक्षा बल में कार्यरत पिथौरागढ़ निवासी लवराज धर्मशक्तू अब तक सात बार एवरेस्ट फतह कर चुके हैं। इन उपलब्धियों के लिए लवराज को 2014 भारत सरकार पद्मश्री से सम्मानित कर चुकी है। पिथौरागढ़ की ही निवासी शीतल राज कंचनजंघा फतह करने वाली एशिया की पहली बेटी है जबकि एवरेस्ट फतह करने वाली उत्तराखंड की सबसे कम उम्र की पहली है। अल्मोड़ा के लक्ष्य सेन ने बैडमिंटन में राष्टï्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है।

    क्रिकेटर एकता बिष्ट

    अल्मोड़ा निवासी एकता बिष्टï भारतीय महिला क्रिकेट टीम में शामिल होने वाली उत्तराखंड की पहली महिला है। भारतीय महिला टीम में गेंदबाज एकता कुमाऊं विवि की महिला क्रिकेट टीम का हिस्सा रही है।

    सावित्री दुग्ताल ने बढ़ाया मान

    जीजीआइसी नैनीताल की प्रधानाचार्य सावित्री दुग्ताल को उपलब्धियों के लिए राष्टï्रपति पुरस्कार के साथ ही आइसीटीई अवार्ड तथा एशिया क्षेत्र का अवार्ड मिल चुका है। इसके अलावा शहीद सैनिक स्कूल नैनीताल की एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रेनू बिष्टï के नेतृत्व में विद्यालय की एनएनएस यूनिट को राष्ट्रीय स्तर पर पहला अवार्ड मिला।

    डॉ. कपिल जोशी

    नैनीताल निवासी अपर प्रमुख वन संरक्षक डॉ. कपिल जोशी ने आइआइटी रुड़की में शोध कर चीड़ के पीरूल से ईट बनाने की मशीन विकसित की। डॉ. जोशी आइआइटी रुड़की में वन विभाग के पहले रिसर्च फैलो चुने गए हैं। अल्मोड़ा में कोसी नदी संरक्षण की कार्ययोजना भी तैयार की गई।

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