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    Champawat : शिक्षकों की कमी पर छात्रों ने खोला मोर्चा, विद्यालय में की नारेबाजी, यहां का है यह मामला

    By Skand ShuklaEdited By:
    Updated: Wed, 07 Sep 2022 04:30 PM (IST)

    चंपावत के लाेहाघाट में अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज बाराकोट (Atal Excellent GIC Barakot) में कई महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षक नहीं है। बुधवार को शिक्ष ...और पढ़ें

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    चंपावत के लाेहाघाट में अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज बाराकोट में शिक्षक की कमी है।

    संवाद सहयोगी, लोहाघाट : Atal Excellent GIC Barakot :चंपावत जिले के लोहाघाट के विद्यालयों में शिक्षकों की कमी से छात्र- छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही है। कई महीनों बाद भी शिक्षकों की भर्ती न होने से छात्र- छात्राएं और उनके अभिभावक आक्रोशित हो गए हैं। बुधवार को उन्होंने नारेबाजी भी की।

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    इस विद्यालय का है मामला

    मामला लोहाघाट के अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज बाराकोट (Atal Excellent GIC Barakot) का है। यहां महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षक न होने से छात्रों एवं अभिभावकों में आक्रोश पैदा हो गया है। बुधवार को छात्रों ने विद्यालय प्रांगण में शिक्षा विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि शीघ्र अध्यापकों के पद नहीं भरे गए तो आंदोलन शुरू कर देंगे।

    विद्यार्थियों ने बताई परेशानी

    छात्रों का कहना था कि भले ही इसे अटल उत्कृष्ट विद्यालय का दर्जा दे दिया गया है, मगर व्यवस्थाएं उत्कृष्ट नहीं हाे पाई हैं। कहा कि विद्यालय को अटल उत्कृष्ट का दर्जा मिलने के बाद ही उन्होंने निजी विद्यालयों से नाम कटवा कर इस विद्यालय में प्रवेश कराया, लेकिन यहां उनके सपनों को ग्रहण लग गया है। बताया कि विद्यालय में रसायन विज्ञान के प्रवक्ता का पद 18 जून 2022 और राजनीति विज्ञान का पद एक अप्रैल 2022 से रिक्त है। अन्य विद्यालयों में पद रिक्त होते ही अतिथि शिक्षकों की व्यवस्था की जा रही है, लेकिन अटल उत्कृष्ट विद्यालय होने के बाद भी यहां अतिथि शिक्षक नहीं भेजे जा रहे हैं। छात्रों ने शीघ्र रिक्त पदों को भरने की मांग की।

    अभिभावकों ने कही ये बात

    अभिभावक भीम राम कोहली, राम सिंह अधिकारी, मालती देवी, इंदु जोशी, प्रकाश राम का कहना है कि बिना उनकी राय लिए विद्यालय को अटल उत्कृष्ट विद्यालय की श्रेणी में रख दिया गया है। पूर्व में वह बहुत कम शुल्क देते थे, मगर वर्तमान में छात्र-छात्राओं के शुल्क को कई गुना बढ़ा दिया गया है। बताया कि वह किसी तरह अपने पाल्यों का शुल्क तो जमा कर रहे हैं, लेकिन विद्यालय में शिक्षकों के पद रिक्त होने से बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है। इसका उन्हें काफी मलाल है। उन्होंने शिक्षकों के पद न भरे जाने तक शुल्क जमा नहीं करने की चेतावनी दी।