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    उत्‍तराखंड में कब शुरू होगा खेल विश्वविद्यालय? इस पर आया बड़ा अपडेट, विशेष प्रमुख सचिव खेल ने दिए निर्देश

    Updated: Sun, 06 Oct 2024 04:15 PM (IST)

    Sports University विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा ने कहा है कि उत्तराखंड के पहले खेल विश्वविद्यालय में प्रवेश 2025-26 से शुरू होंगे। विश्वविद्यालय अस्थायी रूप से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स स्टेडियम में संचालित होगा। पहले चरण में बीपीएड और स्पोर्ट्स संबंधी सर्टिफिकेट कोर्स कराए जाएंगे। खेल विश्वविद्यालय के लिए जरूरी कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।

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    Sports University: गौलापार का इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम अगले साल से खेल विश्वविद्यालय

    जागरण संवाददाता, हल्द्वानी । Sports University: प्रदेश के पहले खेल विश्वविद्यालय में अगले शिक्षण सत्र 2025-26 से ही प्रवेश शुरू हो जाएगा। इसके लिए खेल विभाग अस्थायी तौर पर इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स स्टेडियम में खेल विश्वविद्यालय शुरू करने जा रहा है। पहले चरण में बीपीएड व स्पोर्ट्स संबंधी अन्य सर्टिफिकेट कोर्स संचालित किए जाएंगे। इसे लेकर शनिवार को विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा ने गौलापार स्थित अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम का निरीक्षण किया।

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    वहीं, जल्द ही विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की टीम भी स्टेडियम का निरीक्षण करेगी। गौलापार स्टेडियम पहुंचे विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा ने क्रिकेट स्टेडियम में बने पवेलियन के नीचे बने प्रथम, द्वितीय व तृतीय तलों के भवनों का निरीक्षण किया। उन्होंने उप निदेशक रशिका सिद्दीकी समेत अन्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि एक हफ्ते के भीतर समिति बनाकर खेल विश्वविद्यालय के लिए जरूरी कार्य पूरा कर लें। इसकी रिपोर्ट उन्हें उपलब्ध भी कराएं। कहा कि खेल विश्वविद्यालय के स्टेडियम एकेडमिक ब्लाक, कार्यालय, कारिडोर समेत 200 खिलाड़ियों के छात्रावास के लिए भी पर्याप्त सुविधा है।

    खेल विश्वविद्यालय के भवन निर्माण से पहले इसके लिए अस्थायी तौर पर क्रिकेट स्टेडियम के पवेलियन के नीचे भवनों का इस्तेमाल किया जाएगा। ऐसे में अगले सत्र से खेल विवि में पाठ्यक्रमों की भी शुरुआत हो जाएगी। यही नहीं, भवनों की छत पर स्पोर्ट्स लैब, बिजली की व्यवस्था के लिए सौर ऊर्जा पैनल भी लग सकते हैं। इस दौरान सहायक निदेशक राजेश ममगाई, अपर निदेशक अजय अग्रवाल, जिला क्रीड़ाधिकारी निर्मला पंत, उप क्रीड़ाधिकारी वरुण बेलवाल, कोच त्रिलोक सिंह, किशोर पाल, शुभांगनी साह आदि मौजूद रहे।

    स्टेडियम की भूमि रिकवर नहीं, उसको बचाना प्राथमिकता

    विशेष प्रमुख सचिव खेल सिन्हा ने पत्रकार वार्ता भी की। कहा कि स्टेडियम के समीप भूकटाव काफी हो गया है। इसके लिए सिंचाई विभाग ने करोड़ों रुपये का प्रस्ताव बनाया है। जितना कटाव होना था हो गया, अब अगले साल बरसात से पहले स्टेडियम को बचाने की प्राथमिकता रहेगी। सिंचाई विभाग के अधिकारियों से इस संबंध में बात हुई है। इस बार से गौला नदी के बीच से खनन करने की बात कही जा रही है, जिससे गौला नदी का बहाव बीचों बीच में रहे।

    स्वीमिंग पूल से आय बढ़ाने की तैयारी

    विशेष प्रमुख सचिव खेल सिन्हा ने अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में जिले के खेल प्रशिक्षकों की बैठक भी ली। इस दौरान उन्होंने स्वीमिंग पूल को आल वेदर बनाने के साथ ही उसके संचालन से आय बढ़ाने की तैयारी पर जोर दिया है। कहा कि हल्द्वानी के लोगों को मेंबरशिप के तौर पर स्वीमिंग पूल में प्रशिक्षण के लिए सुविधा दी जाएगी।

    इस दौरान खेल प्रशिक्षकों ने सुझाव दिए कि सीआरपीएफ, आयकर विभाग, आइटीबीपी के अधिकारियों व कर्मचारी भी स्वीमिंग पूल में प्रशिक्षण के लिए आ सकते हैं। बच्चों के लिए निश्शुल्क व पेड कैंप भी लगा सकते हैं, जिससे स्वीमिंग पूल से खेल विभाग की आय हो। इनडोर बास्केटबाल में एलईडी लाइट लगाने के निर्देश दिए।

    स्टेडियम में बिजली कटौती सबसे बड़ी समस्या, खिलाड़ी-कोच परेशान

    खेल प्रशिक्षकों ने बताया कि स्टेडियम में सबसे ज्यादा बिजली कटौती की समस्या है। ग्रामीण इलाका होने से उर्जा निगम अक्सर कई घंटे तक बिजली की आपूर्ति ठप कर देता है। इससे इनडोर खेल प्रशिक्षण के दौरान दिक्कत होती है। विशेष प्रमुख सचिव ने ऊर्जा निगम के अधिकारी से इस संबंध में फोन पर बात की, जिसपर अधिकारी ने बताया कि स्टेडियम के लिए नया फीडर लग सकता है। इसका एक करोड़ का प्रोजेक्ट बनेगा।

    आइओए से स्वीकृति मिलते ही एक माह में करा देंगे 38वें राष्ट्रीय खेल

    सिन्हा ने कहा कि भारतीय ओलिंपिक संघ (आइओए) से 38वें राष्ट्रीय खेलों की स्वीकृति मिलते ही अगले एक माह के भीतर प्रदेश में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हो जाएगा। इसके लिए वह पूरी तरह से तैयार हैं। राष्ट्रीय खेलों से पहले खेल महाकुंभ के राज्यस्तरीय खेलों में कुछ ऐसे खेल शामिल किए जाएंगे। जिससे सीधे प्रदेश के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय खेलों में फायदा मिल सकेगा।

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