फेसबुक, वाट्सएप पर अवैध हथियारों का कारोबार, साढ़े चार हजार के कट्टे से लेकर मिल रही 30 हजार की पिस्टल, पढ़ें डील में सप्लायर ने क्या कहा
फेसबुक और वाट्सपएप पर अवैध हथियारों की डीलिंग हो रही है। सप्लायरों ने फेसबुक पर अपने पेज बना रखे हैं। ग्राहकों के संपर्क करने बाद वे वाट्सएप पर बात कर डिमांड के मुताबिक हथियारों की सप्लाई कर रहे हैं। तस्करों से बातचीत में चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं।

दीप चंद्र बेलवाल, हल्द्वानी : फेसबुक पर अभी तक फर्जी प्रोफाइल लगाकर धोखाधड़ी के मामले सुने होंगे, लेकिन प्रोफाइल लगाकर अब अवैध हथियारों का बाजार भी सजने लगा है। कट्टा, पिस्टल, बंदूक और गोली जो चाहिए वह मिल जाएगा।
इंटरनेट मीडिया में तस्करों ने हथियार बेचने के लिए मोबाइल नंबर तक जारी किए हैं। जागरण संवाददाता ने फेसबुक पर दिए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया। बातचीत में युवक ने अपना नाम अर्जुन कश्यप बताते हुए कहा कि वह राजस्थान का रहने वाला है। उनके बास का 12 राज्यों में हथियारों का धंधा चलता है।
उत्तराखंड में मुस्लिम समुदाय का एक युवक उनके लिए काम करता है। ऊधम सिंह नगर व नैनीताल जिले में उनके हथियारों की डिमांड है। साढ़े चार हजार के कट्टे से लेकर 30 हजार की पिस्टल मौजूद है। कौन सी चाहिए। वह उपलब्ध हो जाएगी। कालर ने दावा किया कि हथियार आर्डर करने के दो दिन बाद पते पर पहुंचा दिया जाता है।
फेसबुक पर उन्होंने पेज बनाकर अवैध हथियारों का कारोबार शुरू किया है। बकायदा एक नहीं बल्कि दो-दो मोबाइल नंबर दिए गए हैं। काल पर बात करने वाला युवक जिस तरीके से बात कर रहा है। उससे तो यही साबित होता है कि एक बड़ा गैंग हथियार सप्लाई में लिप्त है।
आर्डर दो, हथियार पते पर लड़का लेकर आएगा
सवाल- मैंने फेसबुक पर बंदूक की फोटो और नंबर देखा था। वह आप ही हैं?
जवाब- हां, आप कहां से बोल रहे हैं।
सवाल- हथियार उत्तराखंड के हल्द्वानी पहुंच सकता है क्या?
जवाब- आप बताओ, कट्टा, पिस्टल व बंदूक क्या चाहिए।
सवाल- पहले बताओ रेट क्या-क्या हैं?
जवाब- 4500 के कट्टे के साथ छह गोली, साढ़े 14 हजार के 32 बोर पिस्टल के साथ 24 गोली व 30 हजार का पिस्टल भी है।
सवाल- एडवांस भी देना होगा क्या?
जवाब- हां 1100 रुपये एडवांस दो, बाकी हथियार मिलने पर लड़के को देना।
सवाल- डिलीवरी का कोई चार्ज लगेगा।
जवाब- नहीं, लड़का आपके पते पर आकर काल करेगा।
जंगल में पकड़े जा चुके हैं हथियार
कालाढूंगी क्षेत्र के जंगल में पुलिस ने चार माह पहले अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था। इससे पहले लालकुआं व ऊधम सिंह नगर के कई जंगलों में हथियार फैक्ट्री पकड़ी गई है। हथियारों का शौक लोगों को अपराधी बना रहा है। खासकर ऊधम सिंह नगर में हर बात के जवाब में हथियार निकाला जाता है।
डीआईजी ने कहा, मामला गंभीर, जांच कराएंगे
डीआइजी डा. नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि साइबर पुलिस से इस मामले की जांच करवाई जाएगी। फेसबुक पर प्रोफाइल लगाकर ऊधमसिंह नगर व नैनीताल में हथियार सप्लाई हो रहे हैं तो वह गंभीर मामला है।
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