बर्ड फेस्टिवल के दौरान पहली बार दिखा रस्टी टेल्ड फ्लाइकेचर पक्षी nainital news
रामनगर के पवलगढ़ में चल रहे तीन दिवसीय बर्ड फेस्टिवल के दौरान क्षेत्र में 180 प्रजाति के पक्षी नजर आए। पवलगढ़ क्षेत्र में रस्टी टेल्ड फ्लाइकेचर पक्षी पहली बार नजर आया है।
रामनगर, जेएनएन : रामनगर के पवलगढ़ में चल रहे तीन दिवसीय बर्ड फेस्टिवल के दौरान क्षेत्र में 180 प्रजाति के पक्षी नजर आए। पवलगढ़ क्षेत्र में रस्टी टेल्ड फ्लाइकेचर पक्षी पहली बार नजर आया है। जिसे वन विभाग की पक्षियों की चेक लिस्ट में शामिल किया गया है। वन विभाग द्वारा ईको बेस्ड पर्यटन विकसित करने के लिए शुक्रवार से तीन दिवसीय बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया गया था। इस दौरान अमूमन कम नजर आने वाले ग्रेट सिलेटी वुडपैकर, हिमालयन रूबी थ्रोट व ग्रीन विल्ड मलकोवा पक्षी पवलगढ़ क्षेत्र में नजर आए। इसके अलावा पवलगढ़ क्षेत्र में कभी नजर नहीं आने वाला रस्टी टेल्ड फ्लाइकेचर पक्षी भी चिह्नित किया गया।
क्षेत्र में 181 पक्षी ही रिकॉर्ड किए गए
बर्ड फेस्टिवल में मुनस्यारी, सरयू, बिनसर, मुक्तेश्वर, लालढाग, दिल्ली आदि जगहों से बर्ड वॉचरों की मदद के लिए 35 गाइड भी पहुंचे थे। बर्ड फेस्टिवल से छह बच्चों को भी इस बार जोड़ा गया था। इन सभी ने जंगल में बर्ड वॉचिंग की। बता दें कि पवलगढ़ की पक्षियों की चेक लिस्ट में 391 पक्षी शामिल थे। इस बार क्षेत्र में 181 पक्षी ही रिकॉर्ड हो पाए। डीएफओ हिमांशु बागरी ने कहा कि पवलगढ़ की चेक लिस्ट में इस बार एक नया पक्षी शामिल किया गया है। तीन दिन तक चले उत्तराखंड बर्ड फेस्टिवल का समापन रविवार को हुआ। कार्यक्रम के सफल आयोजन से वन विभाग के अधिकारी गदगद है। समापन अवसर पर स्कूली बच्चों, गाइड व वन कर्मियों को सम्मानित किया गया।
ट्रेलों में घूमकर बच्चों ने की बर्ड वॉचिंग
तराई पश्चिमी वन प्रभाग द्वारा चूनाखान ईको सेंटर में शुक्रवार से बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया गया था। फेस्टिवल का शुभारभ वन मंत्री हरक सिंह रावत द्वारा किया गया। फेस्टिवल के दौरान बर्ड वॉचरों ने जंगल में निर्धारित ट्रेलों में घूमकर बर्ड वॉचिंग की। विभिन्न स्कूलों के छह सौ बच्चों ने तीन दिनों में बर्ड वॉचिंग की। रविवार को समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महिला आयोग की पूर्व उपाध्यक्ष अमिता लोहनी ने स्कूली बच्चों को सम्मानित करते हुए उन्हे प्रकृति से जोड़ने व उसके संरक्षण पर जोर दिया। उन्होंने कहा सकारात्मक सोच के सहारे लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
आयोजन से पर्यावरण के प्रति लोगों में बढ़ेगा लगाव
मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं विवेक पांडे ने कहा कि स्कूली बच्चों को बर्ड फेस्टिवल से जोड़ा गया। बच्चों में इसके जरिए पर्यावरण, जीव जंतु व पक्षी संरक्षण की भावना पैदा होगी। कार्यक्रम का संचालन बैलपड़ाव के रेजर संतोष पंत द्वारा किया गया। डा. रमन व संजय सौंधी ने पेटिग प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका निभाई। फेस्टिवल का समापन करते हुए तराई पश्चिमी वन प्रभाग के डीएफओ हिमाशु बागरी ने स्कूली बच्चों को प्रकृति के संरक्षण का संदेश दिया।
यह भी पढ़ें : 15 फरवरी को धरती के करीब से गुजरेगा लघु ग्रह लेकिन टकराएगा नहीं
यह भी पढ़ें : कार्बेट में सांभर-चीतल के पॉलीथिन खाने से है बाघ और तेंदुओ की जान को खतरा