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    खंडहर पंचायत भवनों को बनाया क्‍वारंटाइन सेंटर, ग्राम प्रधान कर रहे पानी की व्‍यवस्‍था

    प्रशासन ने ग्राम प्रधानों से प्रवासियों को पंचायत भवन या स्कूल में क्वारंटाइन करने को कहा है। मगर पंचायत भवन में व्यवस्था नहीं होने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

    By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sat, 16 May 2020 06:43 PM (IST)
    खंडहर पंचायत भवनों को बनाया क्‍वारंटाइन सेंटर, ग्राम प्रधान कर रहे पानी की व्‍यवस्‍था

    हल्द्वानी, जेएनएन: प्रशासन ने ग्राम प्रधानों को आदेश किया है कि बाहर से आने वाले प्रवासियों को घर में जगह नहीं होने पर पंचायत भवन या स्कूल में क्वारंटाइन करने के साथ निगरानी करें। मगर पंचायत भवन में व्यवस्था नहीं होने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बजूनिया हल्दू गांव में शनिवार को दो लोगों संस्थागत क्वारंटाइन किया गया। मगर पंचायत भवन में पानी का कनेक्शन ही नहीं था। ग्राम प्रधान ने टैंट हाउस से प्लास्टिक टैंक मंगाकर बाल्टियों से पानी भरवाया। और शौचालय में रखा। इसके बाद पीने के पानी की अलग से व्यवस्था की गई। फिर एक घंटे बाद युवकों को भवन में ठहराया गया।

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    शौचालय में पानी नहीं, कैसे हो उपयोग

    प्रवासियों के घर लौटने का सिलसिला लगातार जारी है। आदेश है कि लोग होम क्वारंटाइन नियम का पालन जरूर करेंगे। अगर किसी के घर में रहने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है तो गांव के पंचायत भवन या स्कूल में ठहराया जाएगा। जहां बिजली, पानी व बिस्तर का इंतजाम प्रधान द्वारा किया जाएगा। बाद में उसे आपदा मद से भुगतान भी होगा। वहीं, बजूनिया हल्दू के प्रधान मनीष आर्य ने बताया कि गुरुग्राम से लौटे दो युवकों को एसटीएच में रखा गया था। जिसके बाद इन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। परिवार के लोगों ने इन्हें सामुदायिक भवन में रखने को कहा। मनीष के मुताबिक पंचायत भवन में शौचालय तो बना था, लेकिन पानी का कनेक्शन नहीं था। लंबे समय से बंद होने की वजह से जैसे-तैसे व्यवस्था बनाई।

    प्रधानों ने की सुरक्षा किट की मांग

    ग्राम प्रधान और जांच टीम को रोज क्वारंटाइन हुए लोगों से संपर्क कर पूछताछ करनी पड़ती है। लिहाजा, सुरक्षा किट मिलनी चाहिए। सेनिटाइजर को लेकर जैसे-तैसे व्यवस्था कर रहे हैं। यह मुहैया होना चाहिए। -लीला बिष्ट, ग्राम प्रधान खेड़ा

    गांव में मिले किसी भी संदिग्ध से पहला संपर्क ग्राम प्रधान का होता है। हमारी सुरक्षा को लेकर कोई व्यवस्था नहीं। संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर में प्रशासन द्वारा सुरक्षाकर्मी तैनात किया जाना चाहिए।- विनीता नौला, ग्राम प्रधान देवलातल्ला

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